
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे मंगलवार 8 अक्टूबर को आने हैं। हरियाणा में बीते 10 साल से बीजेपी सत्ता में है। वहीं, लगातार अपना प्रदर्शन सुधार रही कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार फिर वो हरियाणा की सत्ता में लौटेगी। तमाम एक्जिट पोल के नतीजे भी बता रहे हैं कि 90 सीट वाली हरियाणा विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी 46 सीट कांग्रेस हासिल कर सकती है। हरियाणा में अब तक लगातार तीसरी बार किसी पार्टी ने सरकार नहीं बनाई है। अगर बीजेपी एक बार फिर बहुमत हासिल कर लेती है, तो वो हरियाणा में नया इतिहास रचेगी।
हरियाणा में साल 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 47 सीटें मिली थीं। उस साल हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 33.4 फीसदी वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस 20.7 फीसदी ही वोट हासिल कर सकी थी और हरियाणा विधानसभा में उसके सिर्फ 15 विधायक चुने गए थे। 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव की बात करें, तो कांग्रेस का वोट प्रतिशत करीब 7 फीसदी बढ़कर 28 फीसदी हो गया था। इसके दम पर कांग्रेस ने पिछली बार हरियाणा में 31 सीटों पर कब्जा जमाया था और बीजेपी 36.5 फीसदी वोट हासिल कर बहुमत से 6 कम यानी 40 सीट पर ही जीत सकी थी। 2024 में हुए लोकसभा चुनाव को देखें, तो हरियाणा में बीजेपी का वोट प्रतिशत 46.1 फीसदी रहा था। जबकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने हरियाणा में 58 फीसदी वोटरों का समर्थन पाया था।
लोकसभा चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस ने 5 और बीजेपी ने 5 सीटों पर जीत हासिल की। जबकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों को जीत लिया था। किसान आंदोलन, सेना में अग्निवीरों की भर्ती और पहलवानों के यौन उत्पीड़न के मुद्दे हरियाणा में बीजेपी के लिए लोकसभा चुनाव में भारी पड़े थे। इस बार भी यही मुद्दे हरियाणा के विधानसभा चुनाव में मुख्य तौर पर छाए रहे। कांग्रेस ने जहां चुनावी वादों में महिलाओं को हर महीने कुछ रकम देने, 25 लाख तक मुफ्त इलाज और किसानों को एमएसपी की गारंटी देने की बात कही है। वहीं, बीजेपी ने त्योहारों पर मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर, एमएसपी बढ़ाने और महिलाओं के हाथ कुछ रकम देने जैसे वादे किए हैं। अब मंगलवार को ईवीएम में दर्ज वोट बताएंगे कि हरियाणा की जनता कांग्रेस के वादों को समर्थन देती है या बीजेपी पर ही भरोसा जताती है।