newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

सुधांशु त्रिवेदी ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ में पढ़ी कविता, लोगों को खूब भा रही है (वीडियो)

सुधांशु त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में एक कविता की चंद पंक्तियां पढ़ी जिसके बाद से लोग जमकर सुधांशु की तारीफ कर रहे हैं।

नई दिल्ली। गुरुवार को दिल्ली हिंसा पर राज्यसभा में चर्चा हुई। पक्ष और विपक्ष के नेता एक-एक कर इस मामले पर अपनी बात सदन के पटल पर रख रहे थे। इसी कड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल को भी सदन में अपनी बात रखने का मौका मिला। कपिल सिब्बल ने अपने पूरे वक्तव्य के दौरान जमकर भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह को अपने निशाने पर लिया और दिल्ली दंगे में सरकार की विफलता को लेकर ढेर सारे सवाल पूछे। इतना ही नहीं सिब्बल ने लगातार अपने पूरे भाषण के दौरान दिल्ली पुलिस को सवालों के घेरे में रखा। इसके बाद अपने अंतिम पंक्तियों में सिब्बल ने कहा कि आप जो वायरस फैला रहे हैं इसका इलाज हम ही हैं और हम अपने सहयोगियों को यह जरूर बता देना चाहते हैं कि जल्द ही हम वापसी करेंगे और इन समस्याओं को हल करेंगे। इसके बाद जवाब देने के लिए भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी को आदेशित किया गया।

Sudhanshu Trivedi & Kapil Sibal

सुधांशु त्रिवेदी ने अपने पूरे संबोधन के दौरान दिल्ली हिंसा की पूरी पृष्ठभूमि पर अपनी राय रखी और जमकर कपिल सिब्बल को अपने निशाने पर लिया। इसी दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में एक कविता की चंद पंक्तियां पढ़ी जिसके बाद से लोग जमकर सुधांशु की तारीफ कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर सुधांशु के भाषण की वह कविता वाली पंक्तियां जमकर वायरल हो रही हैं।

Sudhanshu Trivedi BJP

सुधांशु त्रिवेदी ने संसद के पटल पर अपना बयान देते हुए नरेंद्र मोदी की तारीफ में तो कविता पढ़ी हीं साथ ही उन्होंने भाजपा के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भी जमकर तारीफ की। नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए सुधांशु ने कहा कि समझ लीजिए की मैं प्रधानमंत्री जी की तरफ से या सरकार के तरफ से यह कह रहा हूं। तूं अगर मेरे साथ नहीं है तो इसमें तेरी ख़ता भी नहीं, क्योंकि हर शख्स मेरा साथ निभा सकता भी नहीं। वैसे तो एक आंसू भी बहा ले जाए मुझे, मगर ऐसे कोई तूफान भी हिला सकता नहीं। सुधांशु की इन चंद पक्तियों के बाद पूरा सदन वाहवाह कर उठा। अब सोशल मीडिया पर भी सुधांशु की जमकर तारीफ होने लगी है।

राज्यसभा में चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा और कपिल मिश्रा के बयान को हिंसा भड़काने का जिम्मेदार ठहराया जा रहा है जबकि आपको वायरस की उत्पति को समझना चाहिए। इसके दूसरी तरफ के बयान को देखिए, फ्री कश्मीर, असम को काटना, हिन्दुओं से आजादी, 15 करोड़ बनाम 100 करोड़ और एक नेता ने तो यह तक कहा कि संसद में भरोसा और कानून पर भरोसा नहीं रहा नौजवनों सड़क पर निकलो। एक नेता के मकान की छत पर बम का जखीरा मिला। आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या जिस तरह से की गई उसकी प्रवृत्ति को समझना चाहिए। अंकित शर्मा को 400 बार चाकू मारा गया। ये घटना नहीं संदेश था, जो राष्ट्र के विरूद्ध काम करने का तरीका है।

उन्होंने कहा कि रावण ने सीधा सीता का अपहरण करने नहीं आया था। वो साधु का वेष धरके आया था। आज कुछ लोग आजादी की मांग कर रहे हैं। मैंने तो आज तक गांधी की आजादी, नेहरू की आजादी के बारे में सुना था। इससे पहले आजादी माओवादी ने मांगी, नक्सलवाली ने मांगी, जेहादी ने मांगी, बगदादी ने मांगी फिर जल्लादी ने मांगी पर नहीं दिखी आजादी।

राज्यसभा में बीजेपी सांसद ने कहा कि होम मिनिस्टर बता चुके हैं कि जब दिल्ली में दंगा हुआ तो वो कहां थे। वह दिल्ली में पुलिस अधिकारियों और अन्य विपक्षी दलों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के ही दिल्ली में हिंसा शुरू हुई। यह हिंसा पंचाग के राहु काल के तरह तय थी कि कब शुरू होगी और कब खत्म होगी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में दंगा भड़काने के लिए पिछले 72 दिनों से जो आग लगाई गई दिल्ली पुलिस ने उसे 36 घंटों में शांत कर दिया। पुलिस पर आरोप लगाया जा रहा है। जब कि हिंसा के चलते दिल्ली पुलिस का एक सिपाही शहीद हो गया और डीसीपी का हेल्मेट तक टूट गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी से आज तक के गांधी में आते-आते आर या पार की बात कहना गोडसे वाद है या गांधी वाद है। महात्मा गांधी हाड़ मांस के इंसान नहीं थे वह एक विचार थे और वह राष्ट्रपिता थे।