Kanpur Riot: कानपुर में सांप्रदायिक हिंसा के पीछे PFI का हाथ होने का मुस्लिम संगठन ने ही लगाया आरोप, इस वजह से जुड़ रहे हैं तार
शुक्रवार को कानपुर में दंगे उस वक्त हुए, जब लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट में तमाम बड़े उद्योगपति आए थे। इसके अलावा कानपुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। यानी लखनऊ में बड़ा आयोजन था, तो कानपुर में देश के सबसे बड़े नेता भी थे।
कानपुर। यूपी के कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद परेड इलाके में भड़की सांप्रदायिक हिंसा के मामले में एक मुस्लिम संगठन ने अलगाववाद की बात करने वाले केरल स्थित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया PFI पर आरोप लगाया है। सूफी खानकाह एसोसिएशन का आरोप है कि इस हिंसा में पीएफआई का हाथ है। संगठन ने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। एसोसिएशन की ओर से बाकायदा बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि इस्लाम तमाम नबियों के एहतराम यानी सम्मान का हुक्म देता है। रसूल-ए-खुदा यानी पैगंबर मोहम्मद तमाम नबियों के सुलतान हैं। उनकी तौहीन बर्दाश्त नहीं है, लेकिन साजिश करके दंगे कराने की पीएफआई की चाल कामयाब नहीं होने दे सकते। इसी बयान में संगठन ने जांच की मांग की है।
इस्लाम तमाम नबियों के एहतराम का हुक्म देता है रसूल ए खुदा तमाम नबियों के सुलतान हैं,तौहीन ए रिसालत बर्दाश्त नहीं, लेकिन साज़िश करके दंगे कराने की @PFIOfficial की चाल कामयाब नहीं होने दे सकते।
कानपुर में आज जो भी हुआ ये पीएफआई का पैटर्न है।
उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं।#सखा pic.twitter.com/byfyPdG8HC— Sufi Khanqah Association (@SufiAssociation) June 3, 2022
बता दें कि शुक्रवार को कानपुर में दंगे उस वक्त हुए, जब लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट में तमाम बड़े उद्योगपति आए थे। इसके अलावा कानपुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। यानी लखनऊ में बड़ा आयोजन था, तो कानपुर में देश के सबसे बड़े नेता भी थे। ठीक इसी तरह सीएए कानून विरोधी आंदोलनकारियों के जरिए दिल्ली में उस वक्त दंगा कराया गया था, जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप भारत की राजधानी में थे। इसी वजह से शक है कि कानपुर में योगी सरकार की बदनामी उद्योगपतियों के सामने कराने की पीएफआई ने चाल चली थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस मामले की जांच तेजी से चल रही है। खबर लिखे जाने तक दंगा करने के आरोप में18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी पर गैंगस्टर एक्ट और अन्य कठोर धाराओं में कार्रवाई हो रही है। सीएम योगी ने इस मामले की तह तक जाने का आदेश प्रशासन को दिया है। साथ ही पुलिस इन सभी के खिलाफ कुर्की और बुलडोजर से अवैध निर्माण ढहाने की कार्रवाई भी करने जा रही है। गिरफ्तार लोगों में एमएम जौहर फैंस एसोसिएशन का अध्यक्ष हयात जफर हाशमी भी है। उस पर पहले भी कानपुर में हिंसा फैलाने का आरोप लग चुका है।