सीबीआई टीम को भी BMC की धमकी, होना पड़ेगा 14 दिन के लिए क्वारंटाइन
सुशांत का केस 5 अगस्त को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इस बात की जानकारी दी है कि केंद्र सरकार ने नीतीश सरकार की सिफारिश मान ली है और सुशांत के केस की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।
नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई ने अभी ठीक से जांच शुरू भी नही की है लेकिन उससे पहले ही मुंबई की मेयर की तरफ से सीबीआई टीम को 14 दिन के आइसोलेशन में भेजे जाने की धमकी मिलने लगी है। बता दें कि कुछ दिन पहले पटना एसपी विनय तिवारी मुंबई सुशांत केस की जांच करने के लिए पहुंचे थे, जिन्हें BMC द्वारा क्वारनटीन कर दिया गया था।
अब सीबीआई जांच को लेकर बीएमसी ने आनन-फानन में कोरोना को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है। मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने ऐलान किया है कि सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच करनेवाले सीबीआई अफसरों को मुंबई आने से पहले बीएमसी से परमिशन लेना अनिवार्य होगा। ऐसा नहीं करने पर उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा। बीएमसी ने बीते 3 अगस्त को SOP जारी किया है।
SOP में कहा गया है कि अगर कोई सरकारी अधिकारी फ्लाइट से मुंबई आता है, तो उसे क्वारंटाइन में छूट पाने के लिए 2 वर्किंग डेज पहले संबंधित विभाग से NOC लेनी होगी। क्यों आ रहे हैं? कितना जरूरी काम है और क्यों क्वारंटाइन में छूट चाहिए इन बातों की जानकारी देनी होगी। ये जानकारी नहीं देने और SOP का पालन नहीं करने पर सरकारी अधिकारी को क्वारंटाइन कर दिया जाएगा।
बीएमसी से इस फैसले पर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने प्रतिक्रिया दी है। निखिल आनंद ने कहा- ‘मुंबई की मेयर अब सीबीआई को क्वारंटाइन करने की धमकी दे रही हैं। स्पष्ट है बीएमसी ने आईपीएस विनय तिवारी को जानबूझ कर क्वारंटाइन किया था।’ आनंद ने आगे कहा, ‘रिया के साथ मिलकर संजय राउत (शिवसेना नेता) सुशांत सिंह की सलेक्टिव डिटेल लीक कर रहे हैं। वह सुशांत के परिवार के खिलाफ तथ्यहीन अनर्गल बातें कर रहे हैं। इससे लगता है कि एक्टर की संदेहास्पद मौत के सभी राज शिवसेना जानती है। यही कारण है कि सीबीआई जांच से शिवसेना बहुत ही ज्यादा घबराई हुई है।’
निखिल आनंद ने सीबीआई से संजय राउत और आदित्य ठाकरे का नारको एनालिसिस टेस्ट कराने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि शिवसेना की बेचैनी से लगता है ये लोग सुशांत की संदेहास्पद मौत के आरोपियों से मिले हुए हैं।
बता दें कि सुशांत का केस 5 अगस्त को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इस बात की जानकारी दी है कि केंद्र सरकार ने नीतीश सरकार की सिफारिश मान ली है और सुशांत के केस की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। अब तक इस केस की जांच मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस की टीम मिलकर कर रही थीं, लेकिन इसके बावजूद फैंस लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। बिहार पुलिस ने केस डिटेल्स सीबीआई को सौंप दी है, लेकिन अभी मुंबई पुलिस ने केस डिटेल्स नहीं सौंपी है।