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क्या जमातियों ने यूपी में यात्रियों में मिठाई बांटी थी?

अगर मिठाई बांटने की रिपोर्ट की पुष्टि की जाती है तो जमातियों के सह-यात्रियों को ट्रैक करने में एक बड़ी समस्या हो सकती है। वे व्यापारी और वकील हो सकते हैं, जो दिल्ली, बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर के बीच नियमित रूप से यात्रा करते हैं।

नई दिल्ली। तबलीगी जमात के बारे में एक और परेशान करने वाली बात यह सामने आई है कि पिछले महीने दिल्ली में जमात के कार्यक्रम से लौटते समय इसके कई सदस्यों ने आगरा की महशूर मिठाई पेठा खरीदा और इसे अपनी यात्रा के दौरान दोस्तों और सह-यात्रियों को भी दिया था। आगरा में एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, शहर में कुछ पेठा विक्रेताओं ने पुलिस को बताया है कि कुछ ‘मुस्लिमों’ ने होली के त्योहार के बाद पेठा की थोक खरीदारी की थी। यह वही समय था, जब दिल्ली में जमात की बैठक समाप्त हुई थी।

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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हमें रिपोर्ट मिली है कि जमात के लोगों ने मिठाइयां बांटी थीं। मुस्लिमों के लिए बसों और ट्रेनों में सह-यात्रियों के बीच मिठाई वितरित करना बहुत सामान्य बात नहीं है। हम कई बस कंडक्टरों से बात कर रहे हैं और दैनिक यात्री जिनके पास मासिक पास हैं, उनसे भी बात कर इसकी जानकारी ले रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि कम से कम दो पेठा दुकान मालिकों ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने मार्च के मध्य में ग्राहकों को पांच से दस किलोग्राम पेठा बेचा था।

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उन्होंने कहा, अगर मिठाई बांटने की रिपोर्ट की पुष्टि की जाती है तो जमातियों के सह-यात्रियों को ट्रैक करने में एक बड़ी समस्या हो सकती है। वे व्यापारी और वकील हो सकते हैं, जो दिल्ली, बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर के बीच नियमित रूप से यात्रा करते हैं। वे भी हो सकते हैं, जो बरेली, अलीगढ़, बुलंदशहर, हापुड़, मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद आदि जगहों पर परिवारों और रिश्तेदारों से मिलने गए थे।

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तबलीगी जमात कार्यक्रम से लौटने वाले लोग उत्तर प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में पाए गए हैं। इनमें से काफी सदस्यों में कोरोनावायरस की पुष्टि भी हुई है। उन लोगों के लिए खोज जारी है, जिन्होंने जमातियों के साथ यात्रा की थी और उनके द्वारा बांटी गई मिठाइयां ली थीं क्योंकि अधिकारियों को डर है कि इससे संक्रमण फैल सकता है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में पुलिस पहले से ही जमात के लोगों और उनके प्राथमिक संपर्कों का पता लगाने में जुटी हुई है।