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भारत-चीन के बीच तनाव कम करने को लेकर हुई 9 घंटे की वार्ता, गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स से सैनिक हटाने पर जोर

India and China: चीन और भारत के बीच तनाव को कम करने को लेकर हो रही वार्ता में भारत इस बात पर जोर देता आया है कि दोनों देशों के बीच संपूर्ण संबंधों के लिए देपसांग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा में सैनिकों को हटाने सहित अन्य लंबित मुद्दों का समाधान आवश्यक है।

नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के चलते रिश्तों में तनाव बना हुआ है। ऐसे में कई दोनों देशों में सैन्य स्तर पर कई दौर की वार्ता हो चुकी है। शनिवार को भी 12वें दौर की वार्ता हुई, जिसमें तनाव कम करने पर चर्चा हुई। बता दें कि 31 जुलाई को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के चीन की तरफ ओल्डी सीमा बिंदू पर भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता हुई। जोकि शाम 7.30 बजे खत्म हुई। यह वार्ता लगभग नौ घंटे तक चली, जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से पूर्वी लद्दाख सेक्टर के साथ चल रहे सैन्य गतिरोध को खत्म करने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। इस वार्ता को लेकर समाचार एजेंसी एएनआई ने सैन्य सूत्रों के हवाले जानकारी दी कि, दोनों देशों की सेना के बीच बातचीत निर्धारित समय पर सुबह साढ़े 10 बजे शुरू हुई थी।

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चीन ने 26 जुलाई को LAC विवाद को खत्म करने के लिए बातचीत करने का सुझाव दिया था। जिसपर भारत ने कारगिल विजय दिवस का हवाला देते हुए इसे खारिज कर दिया था। हालांकि बाद में बातचीत के लिए 31 जुलाई की तारीख तय की गई थी। बता दें कि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर पिछले साल अप्रैल माह में तनाव कुछ कम जरूर किया गया था लेकिन अभी भी गोगरा समेत कई ऐसे प्वाइंट्स हैं, जहां पर भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं। बता दें कि दोनों तरफ की सेना पिछले साल जून महीने में गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद आमने-सामने हैं। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, चीन के भी कई सैनिकों के मारे जाने की खबर थी लेकिन चीन ने कभी खुलेआम इसका खुलासा नहीं किया।

बता दें कि चीन और भारत के बीच तनाव को कम करने को लेकर हो रही वार्ता में भारत इस बात पर जोर देता आया है कि दोनों देशों के बीच संपूर्ण संबंधों के लिए देपसांग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा में सैनिकों को हटाने सहित अन्य लंबित मुद्दों का समाधान आवश्यक है। जानकारी के मुताबिक एलएसी पर दोनों देशों के इस समय संवेदनशील क्षेत्र में 50,000 से 60,000 सैनिक हैं।