
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की मतगणना के बीच मध्य प्रदेश के इंदौर से मौजूदा सांसद और बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी ने जीत का ऐसा परचम लहराया कि पुराने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए। शंकर लालवानी ने बीएसपी के प्रत्याशी संजय सोलंकी को 10 लाख 8 हजार 77 वोटों से हराया। इसी के साथ शंकर लालवानी भारतीय राजनीति के इतिहास में अभी तक सबसे बड़े अंतर से जीत दर्ज करने वाले नेता बन गए हैं। इससे पहले सबसे ज्यादा अंतर से जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड बीजेपी के ही सी.आर. पाटिल के नाम था। पटेल ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में गुजरात की नवसार सीट से 6 लाख से ज्यादा वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी।

इंदौर में सर्वाधिक मतों से जीत दर्ज करने वाले शंकर लालवानी मौजूदा समय में भी इंदौर से विधायक हैं और काफी लंबे समय से संघ से जुड़े हुए हैं। शंकर ने मुंबई के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से बी. टेक की पढ़ाई की है। हालांकि पढ़ाई के बाद इन्दौर वापस आकर उन्होंने नौकरी न करके व्यापार में हाथ आजमाया। इसके बाद उनका रुझान राजनीति की तरफ हुआ तो राजनीति में हाथ आजमाते हुए 1994 से 1999 तक इंदौर में पार्षद रहे। इसके बाद 2004 तक इंदौर नगर निगम के सभापति पद पर भी आसीन रहे। 2019 के लोकसभा चुनाव में शंकर लालवानी को बीजेपी ने इंदौर से अपना प्रत्याशी घोषित किया जहां उन्होंने कांग्रेस के पंकज संघवी को 5 लाख 47 हजार वोटों से शिकस्त दी थी।
वहीं, इंदौर से एक और भी रिकॉर्ड बना है। यह रिकॉर्ड नोटा (नन ऑफ द एबव) का है। यहां 2 लाख 18 हजार 674 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। आपको बता दें कि अगर आप अपने क्षेत्र के किसी भी कैंडिडेट से संतुष्ट नहीं हैं तो आप नोटा का बटन दबा सकते हैं जिसका मतलब है इनमें से कोई नहीं।