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CAA को बताया था सांप्रदायिक एटम बम, अब मोदी सरकार से कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल कर रहे ये अपील

CAA: बता दें कि सीएए कानून के तहत मोदी सरकार ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिखों, बौद्ध, जैन और इसाइयों को नागरिकता की सुविधा दी है। इन समुदायों के जो लोग 2014 तक भारत आ गए, उन्हें ये नागरिकता देने की बात इस कानून में है।

नई दिल्ली। कांग्रेस के युवा नेता और प्रवक्ता जयवीर शेरगिल (Jaiveer Shergill) ने CAA यानी नागरिकता कानून के खिलाफ जमकर आवाज उठाई थी। इसे उन्होंने सांप्रदायिक एटम बम तक कह दिया था, लेकिन अब जयवीर शेरगिल के सुर बदल गए हैं। वह मोदी सरकार से अफगानिस्तान के सिखों को फ्लाइट से लाने की अपील कर रहे हैं। पहले जानते हैं शेरगिल ने क्या अपील की है। शेरगिल ने ट्वीट में मोदी सरकार को भेजी गई चिट्ठी की फोटो लगाते हुए कहा है कि सिख समुदाय से भारत का नागरिक होने के नाते मैंने विदेश मंत्रालय को ये चिट्ठी भेजी है। मैंने अनुरोध किया है कि भारत सरकार अफगानिस्तान में फंसे हिंदुओं और सिखों को विशेष वीजा देकर तालिबान के कहर से उन्हें बचाए। यही जयवीर शेरगिल सीएए के बिल को सांप्रदायिक एटम बम करार दे रहे थे। उन्होंने तब आरोप लगाया था कि सीएए कानून से देश की सेकुलर छवि नष्ट हो गई है।

शेरगिल ने ये आरोप भी लगाया था कि नया भारत बनाने की बीजेपी की सोच भारत में टकराव पैदा कर रही है। जिससे हिंसक प्रदर्शन और राजनीतिक गिरफ्तारियां हो रही हैं। शेरगिल ने बाकायदा केरल के कनियापुरम जाकर सीएए के खिलाफ रैली में हिस्सा लिया था। तब उनका कहना था कि भारत के हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाई के बीच भाई-भाई का नारा बुलंद करने में मदद करने और बीजेपी की लड़ाई-लड़ाई के फॉर्मूला का विरोध करने के लिए वह आए हैं।

बता दें कि सीएए कानून के तहत मोदी सरकार ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिखों, बौद्ध, जैन और इसाइयों को नागरिकता की सुविधा दी है। इन समुदायों के जो लोग 2014 तक भारत आ गए, उन्हें ये नागरिकता देने की बात इस कानून में है।

इससे संबंधित बिल का कांग्रेस समेत विपक्ष ने जमकर विरोध किया था। दिल्ली में कई जगह एक संप्रदाय के लोग धरने पर भी बैठे थे और बाद में राजधानी के कई इलाकों में दंगे हुए थे। जिसमें 50 से ज्यादा लोगों की जान गई थी।