नई दिल्ली। इस बात को सिरे से खारिज नहीं किया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में स्वदेशीकरण की मुहिम चलाई गई है, जिसके तहत कई तरह के बदलाव भी किए गए हैं। कुछ लोग इन बदलावों की सराहना कर रहे हैं, तो कुछ आलोचना। अब इसी बीच पीएम मोदी आगामी 2 सितंबर 2022 को भारतीय नौसेना में ब्रितानी हुकूमत के निशान को साफकर उसे भारतीयता के रंग में घोलने जा रहे हैं। आपको बता दें कि दो सितंबर 2022 को भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत IAC Vikrant की कमीशनिंग के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए निशान का अनावरण करेंगे।
इसका आयोजन केरल के कोच्चि में होगा। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय की ओर से बयान जारी कर कहा गया है। जिसमें कहा गया है कि नौसेना का नया ध्वज औपनिवेशिक अतीत से दूर होगा और भारतीय मैरिटाइम हैरिटेज से परिपूर्ण होगा। वर्तमान निशान सफेद फ्लैग है। जिसपर हॉरीजोंटल और वर्टिकल लाल धारियां बनी हैं। जिसे क्रॉस ऑफ सेंट जॉर्ज ( Cross of St. George) कहते हैं। इसके बीच में भारत का चिन्ह बना है। तिरंगा ऊपर बाईं ओर लगा है।
BIG: On Sept 2, PM @NarendraModi to unveil the @IndianNavy’s new ensign, which will shed the red ‘Cross of St George’, a relic of India’s colonial past. Apart from a brief period between 2001-04, the colonial cross has been a fixture in the naval ensign. pic.twitter.com/jqLRdN7ehE
— Shiv Aroor (@ShivAroor) August 30, 2022
हालांकि, इस संदर्भ में अभी तक नौसेना के किसी भी अधिकारी ने कोई टिप्पणी नहीं की है। बताया जा रहा है कि सफेद फ्लैग में से क्रॉस हटाया जा सकता है। माना जा रहा है कि नौसैनिक क्रेस्ट (Naval Crest) को फिर से झंडे पर लाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 1950 के बाद से चौथी बार भारतीय नौसेना का निशान बदल रहा है। बहरहाल, अब इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से क्या कुछ प्रतिक्रया सामने आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम