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Maharashtra political crisis: बागियों को मनाने के लिए उद्धव ठाकरे ने जिसे दूत बना कर भेजा वो शिंदे के पास पहुंच कर खुद बागी बन गया

Maharashtra political crisis: बागी हो चुके विधायकों के आगे उद्धव ठाकरे ने सारे हथियार डाल दिए हैं। शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने तो कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन वाली महा विकास अघाड़ी सरकार से बाहर आने के भी संकेत दे दिए हैं। ठाकरे पहले ही सीएम आवास छोड़ चुके हैं और मातोश्री पहुंच गए हैं। हालांकि, अब ये बगावत कब खत्म होगी ये देखना होगा। 

नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजनीति में इस वक्त जो राजनीतिक संकट खड़ा हुआ है वो समय के साथ और गहराता जा रहा है। बीते मंगलवार को बगावत का झंडा मुखर कर एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) शिवसेना प्रमुख और राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की हालत खराब कर दी थी। एक तरह से देखा जाए तो एकनाथ शिंदे अब शिवसेना के नए बाल ठाकरे (Bal Thackeray) बनते दिख रहे हैं। वो कहते हैं न अच्छे वक्त में तो सभी साथ होते हैं लेकिन बुरे वक्त में ही इंसान की असली पहचान होती है। ये बात इस वक्त महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को अच्छी तरह से समझ आ रही होगी और आए भी क्यों न इस मुश्किल घड़ी में उन्होंने जिसे अपना वफादार समझा वो ही आज उनकी कश्ती डुबाने में लगा हुआ है। इतना ही नहीं उद्धव ठाकरे ने जिस शख्स को भरोसे के साथ दूत बनाकर बागियों को मनाने के लिए भेजा आज वही दुश्मन की सेना में शामिल हो गया है।

दरअसल, हुआ कुछ यूं है कि उद्धव ठाकरे ने बागी हो चुके एकनाथ और दूसरे नेताओं को मनाने के लिए रवींद्र फाटक को (Ravindra Fatak) दूत बनाकर भेजा था लेकिन वो खुद ही बागी खेमे में शामिल हो गया। देखा जाए तो ये साधारण सी बात नहीं है। जिस तरह से एक के बाद एक उद्धव के अपने बागी हो रहे हैं वो उद्धव के नियंत्रण की पोल रहे हैं और ये भी बता रहा है कि उद्धव ठाकरे शिवसेना की नब्ज टटोल पाने में किस कदर फेल हुए हैं।

नंबर गेम में फिसड्डी पड़ गए ठाकरे

महाराष्ट्र में जिस तरह से ठाकरे के अपने एक के बाद एक दूर हो रहे हैं उससे जो ताजा हालात बने हुए हैं उसे देखकर तो यही समझ आ रहा है कि नंबर गेम में उद्धव ठाकरे फिसड्डी पड़ गए हैं। ठाकरे के खेमे में अब केवल 13 विधायक बचे हैं। जबकि 42 विधायक बागी शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे के साथ हो गए हैं। अगर हालात ऐसे ही रहते हैं तो बेटे आदित्य और संजय राउत सियासी दौड से कहीं बाहर न हो जाए।

आपको बता दें, बागी हो चुके विधायकों के आगे उद्धव ठाकरे ने सारे हथियार डाल दिए हैं। शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने तो कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन वाली महा विकास अघाड़ी सरकार से बाहर आने के भी संकेत दे दिए हैं। ठाकरे पहले ही सीएम आवास छोड़ चुके हैं और मातोश्री पहुंच गए हैं। हालांकि, अब ये बगावत कब खत्म होगी ये देखना होगा।