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Annamalai Lashed Out At Stalin For Removing ‘₹’ Symbol : पिता ने जिसे सराहा, बेटे ने उसे अस्वीकार किया, आप इतने मूर्ख कैसे हो सकते हो, स्टालिन पर बरसे अन्नामलाई

Annamalai Lashed Out At Stalin For Removing ‘₹’ Symbol : तमिलनाडु सरकार द्वारा अपने बजट में रुपए के सिंबल ‘₹’ को हटाए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने खुद को मूर्खों से घेर रखा है।

नई दिल्ली। तमिलनाडु सरकार द्वारा अपने बजट में रुपए के सिंबल ‘₹’ को हटाए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को निशाने पर लिया है। अन्नामलाई ने सोशल मीडिया पोस्ट पर स्टालिन को टैग करते हुए लिखा, आप कितने मूर्ख हो सकते हैं, स्टालिन। पिता ने जिसका समर्थन किया, बेटे ने उसे अस्वीकार कर दिया। तमिलनाडु राज्य योजना आयोग के कार्यकारी उपाध्यक्ष का कहना है कि ₹ चिह्न इसलिए हटाया गया क्योंकि यह देवनागरी लिपि पर आधारित था। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने खुद को ऐसे मूर्खों से घेर लिया है। डीएमके सरकार के पिछले चार वर्षों का सारांश यह है कि उसने अपनी अक्षमता को छिपाने के लिए मात्र विज्ञापन और अर्थहीन निर्णय का सहारा ले रही है।

अन्नामलाई ने अपनी पोस्ट में लिखा, साल 2025-26 के लिए डीएमके सरकार के बजट में एक तमिल द्वारा डिजाइन किए गए रुपये के प्रतीक को हटा दिया गया। वो सिंबल जिसे पूरे भारत ने अपनाया और हमारी मुद्रा में शामिल किया। बीजेपी नेता ने कहा कि स्टालिन सरकार ने ऐसा निर्णय लिया लेकिन वो शायद भूल गए कि इस सिंबल को डिजाइन करने वाले उदय कुमार डीएमके के एक पूर्व विधायक के बेटे हैं। इतना ही नहीं स्टालिन के पिता और तमिलनाडु के पूर्व सीएम रहे करुणानिधि ने उदय कुमार को इसके लिए सम्मानित भी किया था।

उधर, बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी तमिलनाडु सरकार के इस फैसले की निंदा की है। मालवीय ने कहा, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के लिए और भी शर्मिंदगी की बात है कि जिस ₹ चिह्न को तमिल निवासी और पूर्व डीएमके विधायक के बेटे उदय कुमार धर्मलिंगम ने डिजाइन किया था, उसे ही उन्होंने बजट से हटा दिया। विडंबना यहीं खत्म नहीं होती, यह चिह्न 2010 में अपनाया गया था जब केंद्र में कांग्रेस सत्ता में थी और राज्य में डीएमके का शासन था। डीएमके के सहयोगी पी. चिदंबरम ने भी इस डिजाइन के लिए डॉ. उदय कुमार को सम्मानित किया था।