नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) में भगदड़ मच गई है। बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee)को लगातार झटके लग रहे है। ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) का दामन छोड़कर कई नेता और कार्यकर्ता भाजपा का दामन थामने की जुगत में लगे हुए हैं। ममता के करीबी लोगों के द्वारा भी उनका साथ छोड़ा जा रहा है। दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी और जितेंद्र तिवारी के इस्तीफा देने के एक दिन बाद अब एक और विधायक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
टीएमसी विधायक शीलभद्र दत्ता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। शीलभद्र दत्ता 24 परगना जिले के बैरकपुर से विधायक हैं। शुभेंदु अधिकारी के साथ शीलभद्र दत्ता के भी भाजपा का दामन थामने के कयास लगाए जा रहे हैं। शीलभद्र दत्ता पिछले दो दिन में इस्तीफा देने वाले तीसरे नेता हैं।
वहीं तृणमूल कांग्रेस में बड़े नेताओं के बागी होने के बाद पार्टी की चिंता बढ़ने लगी है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टीएमसी की इमर्जेंसी की मीटिंग बुलाई है। हालांकि, टीएमसी के सूत्रों का कहना है कि यह कोई इमर्जेंसी मीटिंग नहीं है, बल्कि यह पार्टी की नियमित बैठकों का ही एक हिस्सा है। टीएमसी सूत्रों ने बताया कि हर शुक्रवार पार्टी की अध्यक्ष टीएमसी नेताओं से बैचों में मिलती हैं। आपको बता दें कि अगले साल बंगाल की 294 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
इससे पहले टीएमसी विधायक जितेन्द्र तिवारी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि कुछ ही समय पहले उन्होंने आसनसोल नगर निगम के बोर्ड आफ चेयरपर्सन पद से इस्तीफा दिया था। जितेन्द्र तिवारी फिलहाल पांडेश्वर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।