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महाराष्ट्र : CM से मिलने पहुंचे वीर सावरकर के पोते लेकिन उद्धव नजरंदाज करके चल दिए

वैसे तो वीर सावरकर को शिवसेना अपना आदर्श बताती है लेकिन जब उनके पोते रंजीत सावरकर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे तो वो उनसे नहीं मिले।

नई दिल्ली। वैसे तो वीर सावरकर को शिवसेना अपना आदर्श बताती है लेकिन जब उनके पोते रंजीत सावरकर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे तो वो उनसे नहीं मिले। दरअसल कांग्रेस सेवा दल की ओर से वीर सावरकर पर आपत्तिजनक किताब बांटे जाने से रंजीत सावरकर नाराज थे, जिसको लेकर वो मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे थे।

veer savarkar

जब रंजीत सावरकर उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे तो उद्धव ने उन्हें नजरंदाज कर दिया और वहां से चल दिए। रंजीत को उम्‍मीद थी कि वीर सावरकर को अपना आदर्श बताने वाली शिवसेना के सीएम उद्धव ठाकरे उनकी बात जरूर सुनेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रंजीत सावरकर को लगा था कि सीएम ठाकरे वीर सावरकर के नाम उन्‍हें कम से कम 1 मिनट का समय तो देंगे ही, लेकिन उन्‍हें निराशा ही हाथ लगी।

ranjit savarkar uddhav

रंजीत सावरकर ने सीएम उद्धव ठाकरे के नाम एक लेटर भी लिखा है, कांग्रेस सेवा दल से जुड़े लोगों और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ क्रिमिनल के दर्ज करने की मांग की गई है। शिवसेना के वरिरष्‍ठ नेता संजय राउत से जब वीर सावरकर पर आपत्तिजनक किताब के बारे में पूछा गया तो उन्‍होंने कहा, ”शिवसेना का स्टैंड पूरी तरह से साफ है। वीर सावरकर महान थे, हैं और रहेंगे। जो भी किताब छपी है वो मध्य प्रदेश की गंदगी है, ये कभी भी महाराष्ट्र में नहीं आएगी। ये गैर-कानूनी है, हमें कोई सावरकर के बारे में ना सिखाए तो ठीक है।”

ranjeet savarkar

संजय राउत ने आगे कहा, ”जो लोग सावरकर जी के बारे में ऐसा बोल रहे हैं उनके दिमाग की जांच की जानी चाहिए। फिर चाहे वो महाराष्ट्र हो या देश का कोई हिस्सा हर कोई सावरकर जी पर गर्व करता है। जो लोग इस तरह की बातें करते हैं, उनका दिमाग गंदगी से भरा है।”