Mumbai: महाराष्ट्र में सत्ता से जाते-जाते खेल कर गए उद्धव के मंत्री, बजट से ज्यादा रकम के 400 आदेश किए जारी, अब हो रही जांच
देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया को बताया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ने जाने से पहले 5 दिन में 400 सरकारी आदेश जारी किए और बजट से 5 गुना ज्यादा धन भी इनके लिए आवंटित कर दिया। अगर इन आदेशों को लागू किया जाता है, तो खजाने पर बिना बात के बोझ बढ़ेगा।
मुंबई। महाराष्ट्र के सीएम रहे उद्धव ठाकरे और उनके मंत्रियों के फैसले अब विवाद की बड़ी वजह बनते दिख रहे हैं। हुआ ये कि उद्धव की सरकार जाने से ठीक पहले मंत्रियों ने 400 आदेश आनन-फानन में जारी कर दिए। इन आदेशों की वजह से बजट प्रावधान से ज्यादा धन का आवंटन भी कर दिया गया। अब महाराष्ट्र की शिंदे सरकार हर आदेश की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि ऐसे सभी बजट से बाहर के आदेशों को रद्द किया जाएगा। आदेशों के परीक्षण की जानकारी महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दी। उन्होंने सारे आदेशों पर सवाल भी खड़े किए।
देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया को बताया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ने जाने से पहले 5 दिन में 400 सरकारी आदेश जारी किए और बजट से 5 गुना ज्यादा धन भी इनके लिए आवंटित कर दिया। अगर इन आदेशों को लागू किया जाता है, तो खजाने पर बिना बात के बोझ बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि 30 जून को शपथ लेने के बाद मैं और सीएम एकनाथ शिंदे सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा कर रहे हैं। इस समीक्षा के दायरे में उद्धव सरकार के आखिरी दिनों के आदेश भी हैं। तमाम सरकारी आदेशों को लागू करने पर रोक भी लगाई गई है।
फडणवीस ने कहा कि जब सरकार ने सत्ता पर बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया था, तो सरकारी आदेश जारी करना सही नहीं था। महाविकास अघाड़ी सरकार अल्पमत में थी। उसे फटाफट फैसले नहीं लेने चाहिए थे। इन फैसलों को मेरिट के आधार पर मंजूरी दी जाएगी। वहीं, आदेशों के परीक्षण के सरकार के फैसले से शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस नाराज हैं। विधानसभा में विपक्ष के नेता और एनसीपी के अजित पवार ने सीएम एकनाथ शिंदे को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा है कि सारे सरकारी फैसलों पर मनमानी से रोक न लगाएं। पवार ने कहा है कि इस तरह के कदम से विकास के काम रुक जाएंगे।