विजय माल्या को एक और बड़ा झटका, प्रत्यर्पण रोकने वाली याचिका को ब्रिटेन कोर्ट ने किया खारिज
दरअसल, प्रत्यर्पण के खिलाफ याचिका दाखिल कर माल्या ने खुद को बचाने की एक और कोशिश की थी पर कोर्ट से उन्हें तगड़ा झटका लगा। इससे पहले ब्रिटेन के होम सेक्रटरी साजिद जाविद ने माल्या के प्रत्यर्पण आदेश पर हस्ताक्षर किए थे।
नई दिल्ली। भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को जल्द भारत लाने की उम्मीद बढ़ गई है। बता दें, विजय माल्या को ब्रिटेन की कोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने विजय माल्या को प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील करने की अनुमति नहीं दी है। दरअसल, प्रत्यर्पण के खिलाफ याचिका दाखिल कर माल्या ने खुद को बचाने की एक और कोशिश की थी पर कोर्ट से उन्हें तगड़ा झटका लगा। इससे पहले ब्रिटेन के होम सेक्रटरी साजिद जाविद ने माल्या के प्रत्यर्पण आदेश पर हस्ताक्षर किए थे।
ऐसे में अब उसके भारत आने का समय और नजदीक हो गया है। माल्या को अब लगने लगा है कि उसका जेल जाना तय है। इसलिए, पिछले दिनों उसके वकीलों ने कोर्ट में कहा था कि मेरे मुवक्किल भारतीय बैंकों को संतुष्ट करने के लिए शानो शौकत की जिंदगी छोड़ना चाहते हैं।
आपको बता दें, भगोड़े माल्या पर भारतीय बैंकों के करीब 1.14 अरब पाउंड बकाया हैं। कोर्ट के आदेश के अनुसार हर सप्ताह वह 18,325.31 पाउंड खर्च कर सकता है। पिछले सप्ताह ब्रिटेन की कोर्ट में सुनवाई के दौरान माल्या ने इस राशि को घटाकर 29,500 पाउंड मासिक करने की पेशकश की थी।
गौर हो कि विजय माल्या ट्विटर के जरिए लगातार अपनी बात सामने रखता है। पिछले दिनों उसने ट्वीट कर कहा था कि बैंकों के जितने मेरे ऊपर बकाये हैं, उससे अधिक की वसूली की जा चुकी है। इस बात की पुष्टि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में की है। ऐसे में बेवजह मुझे निशाना बनाया जा रहा है और भगोड़ा घोषित किया गया है।
माल्या ने तो यहां तक कहा कि वर्तमान में जिन शेयरों और मेरी संपत्ति को बेचकर कर्ज चुकाने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है, यह सबकुछ तो मैंने पहले ही अपने प्रस्ताव में शामिल किया था। मैंने मद्रास हाईकोर्ट के सामने जो प्रस्ताव रखा था, उसमें मैंने इन संपत्ति को बेचकर कर्ज चुकाने का जिक्र किया था। लेकिन, मेरी बात नहीं मानी गई।