Uttar Pradesh: यूपी सरकार देगी युवाओं को विदेशों में रोजगार का मौका

Uttar Pradesh: व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग प्रदेश के युवाओं को विदेशों में रोजगार हासिल करने के मौके मुहैया कराएगा। कौशल विकास विभाग ने युवाओं के लिए अमेरिका के अन्तर्राष्ट्रीय डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म कोसेर्रा के माध्यम से नि:शुल्क ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू किया है। इससे प्रदेश के युवा अन्तर्राष्ट्रीय मानकों पर ट्रेनिंग हासिल कर इंडस्ट्री के लायक बन सकेंगे।

आईएएनएस Written by: February 5, 2021 1:37 pm

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इसी क्रम में व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग प्रदेश के युवाओं को विदेशों में रोजगार हासिल करने के मौके मुहैया कराएगा। कौशल विकास विभाग ने युवाओं के लिए अमेरिका के अन्तर्राष्ट्रीय डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म कोसेर्रा के माध्यम से नि:शुल्क ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू किया है। इससे प्रदेश के युवा अन्तर्राष्ट्रीय मानकों पर ट्रेनिंग हासिल कर इंडस्ट्री के लायक बन सकेंगे।

Yogi

व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के अनुसार अब तक प्रदेश के 50 हजार युवाओं को अमेरिका में स्थित डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म कोसेर्रा के जरिए प्रशिक्षण दिलाए जाने की व्यवस्था की है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इन युवाओं को कोसेर्रा की ओर से सार्टिफिकेट भी उपलब्ध कराया जाएगा। विभाग के अनुसार ट्रेनिंग के बाद युवाओं को मिलने वाले सार्टिफिकेट की मान्यता विश्व के कई देशों में है। इससे देश के युवाओं को विदेशों में जाकर नौकरी करने के अवसर प्राप्त होंगे।

CM Yogi Adityanath

कौशल विकास विभाग की ओर से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आभा ऐप को डेवलप किया गया है। इससे जुड़ कर युवा अपनी स्किल को डेवलप कर सकते हैं। ऐप में कई तरह के स्व-रोजगार से जुड़े हुए विडियोज भी अपलोड किए गए हैं। जिनसे युवाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम भी युवाओं को काफी भा रही है। इसमें उद्योगों में अप्रेंटिस के रूप में काम करने वाले युवाओं को एक हजार रुपए प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जा रहा है।

CM Yogi Adityanath

राज्यमंत्री व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास कपिल देव अग्रवाल के मुताबिक, कोविड संक्रमण के दौरान प्रदेश में आए 38 लाख से अधिक श्रमिकों का भी कौशल विकास कार्यक्रम जारी है। इन श्रमिकों की आजीविका का प्रबंध कर उनको पैरों पर खड़ा करने का प्रयास कामयाब हो रहे हैं। श्रमिकों को रिकगनाइजेशन ऑफ प्रिरियर लर्निंग आरपीएल के तहत उनको ट्रेनिंग दिए जाने का काम तेजी से चल रहा है।