बलरामपुर (यूपी)। यूपी एटीएस ने अवैध धर्मांतरण के आरोप में जेल भेजे गए जलालुद्दीन यानी छांगुर बाबा के काले कारनामों की लंबी फेहरिस्त तैयार की है। छांगुर बाबा को बुधवार को उसकी करीबी नीतू उर्फ नसरीन के साथ जेल भेजा गया। वहीं, बलरामपुर पुलिस के मुताबिक जेल भेजे जाने से पहले छांगुर बाबा के गुर्गों ने हरजीत कश्यप नाम के एक गवाह पर हमला किया। हरजीत कश्यप पर ये हमला उस वक्त हुआ, जब छांगुर बाबा और नसरीन को जेल भेजने से पहले पुलिस उनका मेडिकल करा रही थी।
बलरामपुर पुलिस को हरजीत कश्यप ने शिकायत दी है कि छांगुर बाबा के गुर्गों ने उसे जमकर पीटा और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने हरजीत की शिकायत पर रियाज, नवाब और कमालुद्दीन के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि रियाज और कमालुद्दीन साल 2022 से छांगुर बाबा के साथ हैं। रियाज पर पहले ही ये आरोप लग चुका है कि उसने छांगुर बाबा के कहने पर बब्बू चौधरी नाम के शख्स पर केस किया था। बब्बू चौधरी, छांगुर बाबा का विरोधी है। छांगुर बाबा और उसकी करीबी नीतू उर्फ नसरीन को रिमांड पर लेकर यूपी एटीएस ने एक हफ्ते तक पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक छांगुर बाबा और नसरीन ने पूछताछ में कई अहम राज खोले हैं।
छांगुर बाबा के बारे में जांच के दौरान पता चला कि बलरामपुर के उतरौला इलाके से लेकर महाराष्ट्र के पुणे और मुंबई तक उसकी तमाम प्रॉपर्टी हैं। इसके अलावा दुबई में भी छांगुर की करीबी नसरीन और उसके पति नवीन उर्फ जमालुद्दीन के बैंक खाते होने की जानकारी यूपी एटीएस को मिली। इसके अलावा यूपी एटीएस को पता चला कि छांगुर बाबा ने एक किताब छपवाने की योजना बनाई थी। शिजार-ए-तैयबा शीर्षक वाली इस किताब का इस्तेमाल कर वो बड़ी तादाद में लोगों का धर्म परिवर्तन करने का इरादा रखता था। छांगुर बाबा ने उतरौला के एक गांव में 3 बीघा सरकारी जमीन पर बड़ी कोठी खड़ी कर ली थी। यहीं उसके गुर्गे रहते थे और आरोप है कि छांगुर बाबा यहीं अवैध धर्मांतरण कराता था। इस कोठी में छांगुर ने जर्मन शेफर्ड कुत्ते और घोड़ा भी पाल रखा था।