नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में योगी ने सरकार सरकारी भर्तियों को लेकर एकदम फुल एक्शन में नजर आ रही है। बेसिक शिक्षा विभाग में 31,661 सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि इसे एक सफ्ताह में पूरा किया जाय। बता दें कि इस प्रक्रिया के बाद सीएम योगी 31,661 शिक्षकों का नियुक्ति पत्र बांटने की शुरुआत खुद करेंगे। गौरतलब है कि योगी सरकार अब तक 54706 शिक्षकों की भर्ती कर चुकी है। शनिवार को सीएम ने यह निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को नौकरी और रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्प है। बता दें कि ये 31,661 पद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत 69 हजार सहायक शिक्षकों में शिक्षा मित्रों के पदों को छोड़कर हैं। 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा पिछले साल 6 जनवरी को आयोजित की गई थी।
शिक्षकों के अंतर्जनपदीय तबादलों के लिए दिए निर्देश
इसके अलावा सीएम योगी ने शिक्षकों को लेकर एक और बड़ा फैसला किया है। बता दें कि शिक्षकों के अंतर्जनपदीय तबादलों के लिए दिए निर्देश पूरी तरह से पारदर्शी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई करने का निर्देश सीएम योगी द्वारा दिए गए हैं। इसके बाद करीब 45,000 शिक्षकों को इसका लाभ मिलेगा। महिला शिक्षकों, दिव्यांगों गंभीर रूप से बीमार शिक्षकों को इसमें वरीयता मिलेगी। इसमें से करीब 9,000 म्यूच्यूअल ट्रांसफर के मामले हैं।
इतना ही नहीं सीएम योगी ने राज्य में अन्य विभागों में खाली पड़े पदों को भरने की कवायद शुरू कर दी है। बीते दिनों एक समीक्षा बैठक में सीएम योगी(CM Yogi) ने सभी विभागों से रिक्त पदों का विवरण मांगा। इसके अलावा सभी भर्ती आयोगों और बोर्ड की बैठक करने का निर्णय लिया। इस बैठक में सीएम योगी ने निर्देश दिया कि अब तक हुई 3 लाख भर्तियों की तरह ही भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी तरीक़े से अगले तीन महीने में शुरू करें। उन्होंंने कहा कि, लोगों को छह महीने में नियुक्ति बांटे जाएं। सीएम योगी ने कहा- जिस प्रकार यूपी लोकसेवा आयोग की पारदर्शी व निष्पक्ष भर्तियां हुई हैं, उसी प्रकार पारदर्शी व निष्पक्ष तरीके से सभी भर्तियां की जाएं।