नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा की फाइल फोटो।
पटना। जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहे उपेंद्र कुशवाहा को जल्दी ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। हिंदी अखबार ‘दैनिक जागरण’ की खबर के मुताबिक जेडीयू का आलाकमान अब उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। सूत्रों के हवाले से अखबार ने खबर दी है कि उपेंद्र कुशवाहा को जेडीयू की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। जिसके बाद अगली कार्रवाई का खाका तैयार होगा। वहीं, उपेंद्र कुशवाहा ने भी इस खबर पर ताल ठोकते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है।
खुद के खिलाफ जेडीयू के नोटिस की बात सामने आने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि उन्होंने न तो नीतीश के खिलाफ कुछ कहा है और न ही पार्टी के बारे में कुछ कहा है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मैंने तो पार्टी को एक रखने के लिए सभी बयान दिए हैं। उन्होंने फिर कहा कि वो जेडीयू छोड़कर जाने वाले नहीं हैं। उपेंद्र कुशवाहा इससे पहले भी साफ कह चुके हैं कि किसी सूरत में जेडीयू नहीं छोड़ेंगे, लेकिन उनके बयान बागियों जैसे ही हैं।
उपेंद्र कुशवाहा बीते करीब एक महीने से नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं। नाम लिए बगैर उपेंद्र ने ये भी कहा था कि जेडीयू का जितना बड़ा नेता है, वो उतना ही बीजेपी से संपर्क में है। उपेंद्र ने जेडीयू और आरजेडी के बीच समझौते की जानकारी भी सार्वजनिक करने की मांग की थी। उन्होंने ये मांग उस वक्त की, जब नीतीश कुमार ने कहा था कि 2025 में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ही बिहार की कमान संभालेंगे। उपेंद्र कुशवाहा की तमाम बयानबाजी पर नीतीश ने कहा था कि अगर वो जाना चाहते हैं, तो जहां मर्जी चले जाएं। इसके बाद उपेंद्र कुशवाहा ने पलटकर जवाब दिया था कि वो ऐसे नहीं जाएंगे। अपना हक लेकर जाएंगे।