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Uttar Pradesh: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में कई विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास

Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने आज जनपद मेरठ में सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के केन्द्रीय पुस्तकालय भवन का लोकार्पण किया। साथ ही, उन्होंने किसानों के हित से जुड़ी 325 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद मेरठ में सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के केन्द्रीय पुस्तकालय भवन का लोकार्पण किया। साथ ही, उन्होंने किसानों के हित से जुड़ी 325 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को मुख्यमंत्रीने सम्बोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से खाद्यान्न आपूर्ति को सुनिश्चित करते हुए भारत को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। प्रदेश को आगे बढ़ाने में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों का अभिनन्दनीय योगदान है।

Yogi Adityanath

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देष है। किसान इस देष की रीढ़ हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की तरक्की में ही देष की तरक्की है। उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेष सरकार किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने के लिए अनेक कदम उठा रही है। यहां का किसान मेहनत भी करता है, साथ ही एकता और अखण्डता के लिए जब भी आह्वान होता है, तो समर्पित भाव से आगे आकर योगदान देता है। खेती-किसानी के बाद जो समय बचता है, वह समय यहां का किसान अपनी आस्था को व्यक्त करने में व्यतीत करता है।

Yogi Adityanath

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने यहां की गंग नहर के किनारे कांवड़ की एक अतिरिक्त लेन बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए 600 करोड़ रुपए से अधिक की सहमति दी है। इसे महान किसान नेता और देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह जी को समर्पित किया गया है। यह सड़क कांवड़ यात्रियों को समर्पित है, ताकि खेती-किसानी के बाद जो समय मिलता है, उससे आस्था को मजबूती प्रदान करने का अवसर मिल सके। उन सभी चीजों को ध्यान में रखकर कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 32,000 करोड़ रुपए की लागत से और भारत सरकार के सहयोग से मेरठ को मेट्रो का विकल्प देने जा रहे हैं। यह मेरठ को दिल्ली के साथ जोड़ेगा। साथ ही, यह देश का पहला कार्य होगा, जहां इतनी बड़ी दूरी से जोड़ने की कार्य योजना बन रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों, युवाओं, बहन-बेटियों, माताओं, विद्वानों और समाज के हर तबके के लोगों ने देश के विकास में अपना योगदान दिया है, उसके प्रति शासन कृतज्ञतापूर्वक अपना कार्य कर सके, इसी भाव के साथ केन्द्र और राज्य सरकार कार्य कर रही हैं।

Yogi Adityanath
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 वर्षों के दौरान प्रदेश सरकार ने गन्ना किसानों को 01 लाख 12 हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया है। रमाला चीनी मिल के विस्तारीकरण और आधुनिकीकरण की मांग 40 वर्षों से हो रही थी। राज्य सरकार ने वहां पर नया प्लाण्ट देकर किसानों को पूरी तरह से आश्वस्त किया कि उनके हितों को हर प्रकार का संरक्षण देंगे। सत्ता में आने के बाद राज्य सरकार ने 300 खाण्डसारी उद्योगों को लाइसेंस देकर व्यापक पैमाने पर फिर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खाण्डसारी उद्योग को पुनर्जीवित किया है। अब यह उद्योग बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी दे रहा है।

Yogi Adityanath

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश व दुनिया को जितनी चीनी की आवश्यकता होगी, उतनी चीनी का उत्पादन किया जाएगा। शेष गन्ने से एथेनॉल बनाकर वाहनों को इससे चलाने की व्यवस्था की जाएगी, जिससे खाड़ी देशों को पेट्रोल व डीजल के नाम पर पैसा नहीं देना पड़ेगा। वह पैसा हमारे किसानों के खाते में जाएगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास में किसी भी प्रकार की कोई कोताही नहीं आने दी जाएगी। साथ ही, यहां की बहन-बेटियों की सुरक्षा के साथ भी किसी को खिलवाड़ नहीं करने देंगे।

Yogi Adityanath

मुख्यमंत्री ने कृषि विश्वविद्यालय में सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया उनको नमन किया। उन्होंने कहा कि लौह पुरुष सरदार पटेल का पूरा जीवन देष व समाज के लिए समर्पित रहा तथा अखण्ड भारत के निर्माण में उनके योगदान व दूरदर्षी सोच को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। सरदार पटेल हम सभी की प्रेरणा के स्रोत है।

मुख्यमंत्री जी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ में आयोजित तीन दिवसीय कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने प्रदर्शनी में लगे स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि कृषि प्रदर्शनी से किसानों को नई तकनीक की जानकारी होगी तथा जैविक खेती के विभिन्न आयामों से भी किसान अवगत होंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को अधिक से अधिक संख्या में आकर इस कृषि प्रदर्शनी का लाभ लेना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने लाभार्थी किसानों को अनुदान पर मिले ट्रैक्टरों की चाबी सौंपी।