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वेंटिलेटर के निर्यात को मिली मंजूरी, हटा बैन, ‘आत्मनिर्भर’ बना भारत

देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए भारत सरकार ने 24 मार्च को वेंटिलेटर्स के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, सरकार को डर था कि देश में ज्यादा कोरोना फैलने पर वेंटिलेटर्स की कमी हो सकती है।

नई दिल्ली। देश में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए भारत सरकार ने 24 मार्च को वेंटिलेटर्स के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, सरकार को डर था कि देश में ज्यादा कोरोना फैलने पर वेंटिलेटर्स की कमी हो सकती है। लेकिन अब सरकार ने वेंटिलेटर के निर्यात पर लगा बैन हटा लिया है।

Ventilator

दरअसल, पिछले एक महीने से एसोसिएशन ऑफ इंडियन मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री वेंटिलेटर्स के निर्यात से पाबंदी हटाने की मांग कर रही थी। AIMED ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को लिखे पत्र में अगस्त 2020 से वेंटिलेटर निर्यात की इजाजत देने की मांग की थी।

Health Min Harsh Vardhan

अब सरकार ने वेंटिलेटर के निर्यात को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा है कि अभी कोरोना मृत्यु दर 2.15 फीसदी है, इसे और कम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर्स की बहुत कम जरूरत पड़ रही है। 31 जुलाई को सिर्फ 0.22 फीसदी कोरोना के सक्रिय मामले ही वेंटिलेटर पर थे। इसलिए अगस्त से सरकार ने निर्यात को मजूरी दे दी है।

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मंत्रालय ने बताया कि मंत्री समूह के फैसले को लेकर डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (डीजीएफटी) से भी बात हुई थी। स्वास्थ्य विभाग को उम्मीद है कि देश में निर्मित वेंटिलेटर के निर्यात की मंजूरी के बाद विदेशी बाजार में उसका दखल बढ़ेगा और देश के वेंटिलेटर निर्माता मजबूत होंगे।