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हांगकांग विवाद पर अमेरिका ने चीन को दिया झटका, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पदाधिकारियों का वीजा किया प्रतिबंधित

राष्ट्रपति ट्रंप ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के उन अधिकारियों को दंडित करने का वादा किया था, जो हांगकांग की आजादी को छिन्न-भिन्न करने के लिए जिम्मेदार थे। जिसके बाद ही अमेरिका के विदेश मंत्री द्वारा यह कार्रवाई की गई है।

नई दिल्ली। कोरोना के विस्तार और इसकी सही जानकारी छिपाने को लेकर चीन पर नाराज चल रहे अमेरिका के तेवर अब भारत चीन विवाद के बीच और सख्त हो गए हैं। बता दें कि अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मौजूदा और पूर्व पदाधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगा दिए हैं।

China America

इन लोगों को अमेरिका हांगकांग की उच्च स्तर की स्वायत्तता को कमजोर करने वाला मानता है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के उन अधिकारियों को दंडित करने का वादा किया था, जो हांगकांग की आजादी को छिन्न-भिन्न करने के लिए जिम्मेदार थे। जिसके बाद ही अमेरिका के विदेश मंत्री द्वारा यह कार्रवाई की गई है।

shi jinping

हांगकांग के उच्च स्तर की स्वायत्तता को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि सीसीपी ने हांगकांग के शासन की ‘निगरानी’ करने की घोषणा करके हांगकांग के उच्च स्तर की स्वायत्तता को कमजोर करने के प्रयासों को बढ़ा दिया है। एक ओर तो हांगकांग की उच्च स्तर की स्वायत्तता का सम्मान करने के लिए चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा में अपनी प्रतिबद्धताओं और दायित्वों को बीजिंग ने जारी रखा। वहीं दूसरी ओर इसी दौरान, बीजिंग ने लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने और लोकतंत्र समर्थक चुनावी उम्मीदवारों को अयोग्य घोषित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों पर दबाव डालकर हांगकांग में मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता को कमजोर करना जारी रखा।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकारियों पर प्रतिबंध को लेकर माइक पोम्पियो ने कहा कि आज, मैं वर्तमान और पूर्व सीसीपी अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंधों की घोषणा कर रहा हूं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे 1984 में चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा में दी गई गारंटी के बाद भी हांगकांग की उच्च स्तर की स्वायत्तता को छिन्न-भिन्न करने के लिए जिम्मेदार हैं या उसमें लगे हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे व्यक्तियों के परिवार के सदस्य भी इन प्रतिबंधों के अधीन हो सकते हैं।

Mike pompeo

पोम्पियो ने आगे कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका चीन से चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा में अपनी प्रतिबद्धताओं और दायित्वों का सम्मान करने का आह्वान करता है- अर्थात हांगकांग “उच्च स्तर की स्वायत्तता का आनंद उठाएगा” और यह कि मानव अधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता, जिसमें अभिव्यक्ति और शांतिपूर्ण विधानसभा की स्वतंत्रता भी शामिल है, हांगकांग में प्रशासन के अधिकारियों के जरिए कानून और सम्मान द्वारा संरक्षित किया जाएगा। हांगकांग की उच्च स्वायत्तता और चीन-ब्रिटिश संयुक्त घोषणा के पूर्ण कार्यान्वयन, साथ ही साथ मानवाधिकारों के लिए सम्मान, ये सब मौलिक महत्व के मामले हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका इन चिंताओं का जवाब देने के लिए अपने अधिकारियों की समीक्षा करना जारी रखेगा।