Himachal Poll: मतपेटियों में कैद हुई ‘दिग्गजों’ की किस्मत, 66.37 प्रतिशत मतदान, इस दिन होगा उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला
वहीं लाहुलस्पीती में सुबह से ही कड़कड़ाती ठंड है। तापमान माइनस पर पहुंच चुका है। यहां पिछले दो दिनों से बर्फबारी जारी है। लेकिन इसके बावजूद भी लोग वोट डालने पहुंचे। लोगों ने लोकतंत्र के इस महाकुंभ में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में शाम पांच बजे तक 66 फीसद वोटिंग दर्ज की गई।
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर मतदान थम चुका है। सुबह से ही सूबे की गलियां लोगों की आवाजाही से गुलजार थीं। सभी अपने घरों से मतदान के लिए निकल रहे थे। लोकतंत्र के इस महाकुंभ के दौरान लोगों का उत्साह भी चरम पर था। वोट देने के लिए पहुंचे लोगों के पास अपने-अपने मुद्दे थे। चुनाव प्रचार के दौरान पूरी ताकत झोंक चुके मुख्तलिफ सियासी दलों में जीत का ताज किस के सिर सजेगा। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन उससे पहले आप यह जान लीजिए कि हिमाचल प्रदेश की जनता ने इस विधानसभा चुनाव में इतिहास रच दिया।
Voting in Himachal Pradesh Assembly elections concludes.
EVMs and VVPATs being sealed and secured at polling booths in Mandi
Counting of votes on December 8 pic.twitter.com/ppH7JBh6x3
— ANI (@ANI) November 12, 2022
प्रदेश में 100 फीसद वोटिंग दर्ज की गई। यह नहीं, वोटिंग के प्रति लोगों के उत्साह को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने 15 हजार 256 फीट की ऊंचाई पर पोलिंग बूथ स्थापित किया गया था। इस पोलिंग बूथ पर टाशीगंज और कासा गांव के लोग वोटिंग करने पहुंचे थे। कड़कड़ाती ठंड में भी यहां वोटिंग करने पहुंचे थे। जिस पर चुनाव आयोग ने भी खुशी जाहिर की है। आपको बता दें कि टाशीगंग में 100 फीसद वोटिंग दर्ज की गई है। दो दिन पूर्व ही चुनाव आयोग ने तैयारियों का सिलसिला शुरू कर दिया था। ध्यान रहे कि पारंपरिक परिधानों में भी लोग वोट डालने पहुंचे थे।
वहीं लाहुलस्पीती में सुबह से ही कड़कड़ाती ठंड है। तापमान माइनस पर पहुंच चुका है। यहां पिछले दो दिनों से बर्फबारी जारी है। लेकिन इसके बावजूद भी लोग वोट डालने पहुंचे। लोगों ने लोकतंत्र के इस महाकुंभ में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में शाम पांच बजे तक 66 फीसद वोटिंग दर्ज की गई। सुबह आठ बजे से ही प्रदेश के विभिन्न सीटों पर मतदान का सिलसिला शुरू हो चुका था। बता दें कि विगत विधानसभा चुनाव 2017 में 75 फीसद वोटिंग दर्ज की गई थी।
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। जिसमें बीजेपी से लेकर कांग्रेस तक के नेता शामिल हैं। इस चुनाव में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह और पूर्व भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती समेत 412 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है। ऐसे में अब आगामी दिनों में हिमाचल प्रदेश में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए।