Bengal Election में पूरे जोर-शोर से कूदी ओवैसी की पार्टी AIMIM को लगा झटका, TMC ने कर दिया ‘खेल’?
West Bengal Assembly Election: इस चुनाव में AIMIM की निगाह मालदा, दक्षिण 24 परगना, दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद पर है। ऐसे में टीएमसी को डर को सता रहा है कि ओवैसी की पार्टी मुस्लिम बहुल इन इलाकों में सेंधमारी ना कर ले।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल चुनाव में जहां तृणमूल कांग्रेस(TMC) और भारतीय जनता पार्टी की चुनावी रैलियां तेजी के साथ अपनी छाप छोड़ रही हैं तो वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) भी अपनी रैलियों की तैयारी कर रही है। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में 5 सीटें जीतने के बाद AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी Asaduddin Owaisi काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। ऐसे में उन्होंने पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने का मन बनाया है। हालांकि ओवैसी की पार्टी को बंगाल में उस वक्त झटका लगा जब रैली करने के लिए AIMIM को परमिशन नहीं मिली। बता दें कि AIMIM बंगाल में अपनी चुनावी रैली की शुरुआत अल्पसंख्यक बहुल मेतियाब्रुज इलाके से करना चाहती थी, लेकिन उसे प्रशासन द्वारा इजाजत नहीं दी गई। इसको लेकर एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रदेश सचिव जमीर उल हसन ने बताया कि पुलिस ने रैली के लिए उन्हें इजाजत नहीं दी है।
10 दिन पहले ही दिया था आवेदन
हसन का कहना है कि, ‘हमने इस रैली के लिए 10 दिन पहले ही आवेदन दिया था, लेकिन रैली से ठीक एक दिन पहले पुलिस ने हमें बताया कि, हम वहां रैली नहीं कर सकते, इसकी इजाजत नहीं मिली है।’ हसन ने कहा कि, हम टीएमसी (TMC) के ऐसे हथकंडों के आगे झुकेंगे नहीं। हम चर्चा करेंगे और कार्यक्रम की नई तारीख बताएंगे।’
TMC को डर
वहीं रैली की इजाजत ना मिलने पर कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) ने फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार दिया है। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद सौगत रॉय ने भी रैली के लिए इजाजत नहीं मिलने में अपनी पार्टी की भूमिका से इनकार किया है। वहीं इस चुनाव में AIMIM की निगाह मालदा, दक्षिण 24 परगना, दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद पर है। ऐसे में टीएमसी को डर को सता रहा है कि ओवैसी की पार्टी मुस्लिम बहुल इन इलाकों में सेंधमारी ना कर ले। इसी के चलते AIMIM का आरोप है कि उन्हें रैली की परमिशन नहीं मिल रही है।