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‘Don’t talk to me’ जब संसद में स्मृति ईरानी से बोलीं सोनिया गांधी, हुई तीखी बहस

नई दिल्ली। संसद में इन दिनों माहौल कुछ गरमाया हुआ है। विपक्षी दलों के दिन कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं, खासकर कांग्रेस के। पहले तो विपक्षियों के 20 सांसदों को बाहर का रास्ता दिखाया गया, लेकिन आज जो कुछ भी संसद में देखने को मिला है, उसकी चर्चा संसदीय गलियारों में अपने चरम पर …

नई दिल्ली। संसद में इन दिनों माहौल कुछ गरमाया हुआ है। विपक्षी दलों के दिन कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं, खासकर कांग्रेस के। पहले तो विपक्षियों के 20 सांसदों को बाहर का रास्ता दिखाया गया, लेकिन आज जो कुछ भी संसद में देखने को मिला है, उसकी चर्चा संसदीय गलियारों में अपने चरम पर पहुंच चुकी है और लोग कांग्रेस के नाम आलोचनाओं का पाठ पढ़ने में मशगूल हो गए हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर आज संसद में ऐसा क्या हो गया कि आप इस तरह की भूमिका रचाने में मशगूल हो गए। जरा कुछ खुलकर बताएंगे। तो चलिए अब हम आपको पूरा माजरा तफसील से बताते हैं।

जानें पूरा माजरा

दरअसल, आज कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने देश की दूसरी महिला और पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर विवादास्पद टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद बीजेपी नेताओं ने अधीर से माफी की मांग की। इस बीच बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने भी सोनिया गांधी से कहा कि अधीर को माफी मांगी चाहिए। इस पर पता नहीं ऐसा क्या हो गया कि सोनिया का पारा संसद की भरी सभा में अपने चरम पर पहुंच गया और वो अपना आपा खो बैठीं और ईरानी को फटकार लगाते हुए कहा कि डांट टॉक टू मी…!! वहीं, सोनिया द्वारा किए गए इस बर्ताव की चौतरफा आलोचना की जा रही है और कहा जा रहा है कि कांग्रेस नेता को इस तरह से बात नहीं करनी चाहिए थी। उन्हें संसदीय मर्यादा का इस्तेमाल करना चाहिए।

उधर, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से सोनिया को कहा गया कि अधीर रंजन को अपने बयान को लेकर माफी मांगनी चाहिए, तो इस पर उन्होंने कहा कि वे पहले ही माफी मांग चुके हैं, लेकिन इस पूरे प्रकरण को लेकर अधीर की तरफ से जिस तरह का बयान सामने आया है, उसे लेकर आपका माथा भन्ना जाएगा।

उन्होंने कहा कि उनके मुंह से गलती से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदर्भ में इस तरह की बातें निकल गई थीं। उन्होंने इस तरह की बातें जानबूझकर नहीं कही थी और रही बात माफी की तो मैं मांग चुका हूं, लेकिन अगर बीजेपी मुझे इसके लिए फांसी पर लटकाना चाहती हूं, तो मैं तैयार हूं। बीजेपी चाहे तो मुझे फांसी पर लटका सकती है। लेकिन, अधीर रंजन ने कहा कि वे माफी मांग चुके हैं, लेकिन इस बीच जिस तरह उनके बयानों में विरोधाभाष निकलकर सामने आ रहा है, उसे लेकर चौतरफा सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गुलजार हो चुका है। वहीं, अब आप पूरे माजरे से वाकिफ होने के बाद आपके जेहन में क्या यह सवाल नहीं उठ रहा है कि आखिर अधीर रंजन चौधऱी ने राष्ट्रपति के संदर्भ में ऐसा क्या कह दिया था कि संसद में इतना बवाल हो गया है। तो चलिए. अब हम आपको वो भी बता देते हैं।

तो अधीर ने कह दी थी ऐसी चौधरी

आपको बता दें कि संसद में अधीर रंजन चौधरी ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदर्भ में राष्ट्रपति की जगह राष्ट्रपत्नी शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद संसद में बीजेपी का रोष अपने चरम पर पहुंच गया, जो कि स्वभाविक है।

उधर, बीजेपी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस ने यह पचा नहीं पा रही है कि कैसे एक महिला और वो भी आदिवासी, देश की सर्वोच्च संवैधानिक पद पर काबिज हो सकती हैं। लिहाजा, कांग्रेस के नेता अब ऐसी अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं।