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Congress: ‘बर्बाद’ कांग्रेस का जिम्मेदार कौन, 2024 की तैयारी के बीच राहुल गांधी से बिछड़े बारी-बारी!

Congress: बता दें कि 2022 में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पार्टी को टाटा बाय-बाय कह दिया है। जिसमें गुलाम नबी आजाद के अलावा, जयवीर शेरगिल, कुलदीप बिश्नोई, कपिल सिब्बल, आरपीएन सिंह, अश्वनी कुमार, सुनील जाखड़, हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। लेकिन अगर पार्टी इसी तरह से लड़खड़ाई तो ऐसे में कांग्रेस पार्टी साल 2024 लोकसभा चुनाव में किससे जीतेगी और कैसे जीतेगी?

नई दिल्ली। 47 साल तक कांग्रेस में रहने के बाद शुक्रवार को गुलाम नबी आजाद ने पार्टी को अलविदा कह दिया। बता दें कि गुलाम नबी आजाद वो नेता है जिन्होंने इंदिरा गांधी, संजय गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव के साथ काम किया है। इसके अलावा आजाद मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चुके है। गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पांच पन्नों की चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी के जरिए उन्होंने अपनी दर्द बयां किया है और साथ ही कांग्रेस के अतीत और वर्तमान का जिक्र किया है। खास बात ये है कि पांच पन्नों की लिखी इस चिट्ठी में उन्होंने सबसे ज्यादा निशाना कांंग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला है। आजाद ने अपनी चिट्ठी में बताया कि सोनिया गांधी सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान है लेकिन जो फैसले है वो राहुल गांधी ही ले रहे थे या फिर उनके सिक्योरिटी गार्ड या उनके PA ले रहे थे। उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि पार्टी रिमोट कंट्रोल से चल रही है। राहुल गांधी ने पार्टी के बड़े नेताओं का भी अपमान किया है।

बता दें कि 2022 में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पार्टी को टाटा बाय-बाय कह दिया है। जिसमें गुलाम नबी आजाद के अलावा, जयवीर शेरगिल, कुलदीप बिश्नोई, कपिल सिब्बल, आरपीएन सिंह, अश्वनी कुमार, सुनील जाखड़, हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। लेकिन अगर पार्टी इसी तरह से लड़खड़ाई तो ऐसे में कांग्रेस पार्टी साल 2024 लोकसभा चुनाव में किससे जीतेगी और कैसे जीतेगी? क्योंकि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुकाबला करना है। वो नरेंद्र मोदी जिनका आज देश ही नहीं बल्कि दुनिया में डंका बज रहा है। लेकिन 2024 की तैयारी के बीच राहुल गांधी के करीबी बारी-बारी से बिछड़ते जा रहे है।

मगर सवाल ये है कि कांग्रेस का बांटधार किया तो किसने किया है? कौन से वो सिपे सलाहकार है कौन से वो बॉडीगार्ड और पीए है जिनके चलते गुलाम नबी आजाद जैसे दिग्गज नेताओं को पार्टी छोड़ने की नौबत आ गई। हैरान करने वाली बात ये है कि 07 सितंबर से जोड़ो अभियान की शुरुआत करने जा रही है। लेकिन उससे पहले ही उनकी पार्टी के दिग्गज नेताओं उनका साथ छोड़ते जा रहे है। ऐसे में कांग्रेस  को आत्मचिंतन करने की जरूरत है कि एक के बाद एक उनका साथ क्यों छोड़ते जा रहे है?