नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा? इस सस्पेंस से पर्दा 30 सितंबर को उठेगा। यानी की नामांकन भरने की आखिरी तारीख को। कांग्रेस के टॉप लीडरशिप की मानों तो चुनाव की पूरी गणित एक चेहरे पर ठिकी हुई है। मतलब ये सबकुछ राहुल गांधी के फैसले पर ठिका हुआ है। अगर आपको आसान भाषा में समझाए, तो भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरते है। ऐसे में चुनाव होने की संभावना ना के बराबर है। राहुल गांधी के सर्वसम्मती से अध्यक्ष चुने जाने की संभावना है। लेकिन राहुल गांधी पार्टी वर्कस और नेताओं की मांग को दरकिनार कर खुद को अध्यक्ष पद की रेस से बाहर कर लेते है तो अध्यक्ष पद का चुनाव होगा और इस बार चुनावी मैदान में पार्टी के कई दिग्गज ताल ठोक सकते है। ये मुकाबला त्रिकोणीय या फिर कई दिग्गज उम्मीदवारों के बीच हो सकता है।
मतलब ये है कि अब कांग्रेस प्रेसिडेंट बनने का सपना जो नेता देख रहे है वो यही मान रहे है कि राहुल गांधी चुनाव नहीं लड़े। आपको बता दें कि राहुल गांधी केरल में लगातार भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे है। इसी दौरान उनके साथ कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल रहते थे मगर आलाकमान ने उन्हें दिल्ली बुला लिया है। क्योंकि राजधानी में अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए सरगर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भर सकते है। अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने का मन बन लिया है।
इसी क्रम में सीएम गहलोत ने आज रात 10 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई और बुधवार को राजधानी दिल्ली भी आ रहे है। बता दें कि राहुल गांधी केरल में लगातार पदयात्रा कर रहे है। राहुल गांधी के साथ इस पदयात्रा में शशि थरूर भी कभी मौजूद थे लेकिन अब शशि थरूर दिल्ली में नामांकन दाखिल करने के लिए अपनी सियासी पिच तैयार कर रहे है और इस दंगल में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की भी एंट्री होती है। ऐसे में कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव बेहद दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को वोटिंग होनी है जबकि 19 अक्टूबर को मतगणना होगी।