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President Kovind Farewell: जानिए, अपने अंतिम विदाई समारोह में क्यों भावुक हुए रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी की तारीफ में कह दी ऐसी बात

आपको बता दें कि अपने संबोधन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज मैं आप सभी लोगों से बिदाई ले रहा हूं। मेरे मन कई स्मृतियां उमड़ रही हैं। बीते वर्षों में मैंने कई यादगार पल सांसदों के साथ बिताए थे। आज पांच साल पहले इसी स्थान पर मैंने शपथ ली थी। इस दौरान मैंने सांसदों के साथ यादगार पल बिताए थे। इसके साथ ही उन्होंने आगे अपने संबोधन में कहा कि आप सभी के लिए यह गर्व की बात है कि आप भारत की जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं।

नई दिल्ली। संसद भवन के सेट्रंल हॉल में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का विदाई समारोह हुआ। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सभी केंद्रीय मंत्री उपस्थित हुए। इस खास मौके पर विगत राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने वाली द्रौपदी मुर्मू भी उपस्थित रहीं। इस मौके पर मुर्मू को विदाई पत्र व स्मृति पत्र भी भेंट किया गया था। इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विदाई समारोह को खास बनाने के लिए कई प्रयास किए गए थे। इस दौरान रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन में कई बिंदुओं पर अपनी राय रखी है, जिसकी चर्चा अभी अपने चरम पर है। आइए, अब आपको आगे कि रिपोर्ट में उन सभी बिंदुओं के बारे में विस्तार से बताते हैं, जिसका जिक्र उन्होंने अपने संबोधन में किया है।

जानें रामनाथ कोविंद के संबोधन की मुख्य बातें

आपको बता दें कि अपने संबोधन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज मैं आप सभी लोगों से बिदाई ले रहा हूं। मेरे मन कई स्मृतियां उमड़ रही हैं। बीते वर्षों में मैंने कई यादगार पल सांसदों के साथ बिताए थे। आज पांच साल पहले इसी स्थान पर मैंने शपथ ली थी। इस दौरान मैंने सांसदों के साथ यादगार पल बिताए थे। इसके साथ ही उन्होंने आगे अपने संबोधन में कहा कि आप सभी के लिए यह गर्व की बात है कि आप भारत की जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। उन्होंने कहा कि मेरे सभी पूर्व राष्ट्रपति मेरे लिए प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मैं दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम किया है। कोविंद ने आगे कहा कि जिस तरह घरों में लोगों के बीच मतभेद होते हैं, उसी तरह से संसद में भी विभिन्न सांसदों के बीच मतभेद हो सकते हैं। लेकिन, आगे का रास्ता कैसे तय करना है। यह आप लोगों पर निर्भर करता है। लेकिन, हम सभी संसदरूपी परिवार हैं। इसलिए हमें संयुक्त परिवार का हिस्सा होकर काम करना होता है। इस बीच उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की है। कोविंद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैली की भी तारीफ है।

उन्होंने देश को विकास के पथ में ले जाने की दिशा में अपने विचार भी प्रकट किए। इस दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने आज हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों से बेहत काम कर रही हैं। वे किसी से कम नहीं हैं। बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा व्यक्त किए गए विचारों की अभी चौतरफा प्रशंसा हो रही है। अब ऐसे में आपका बतौर पाठक आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है ।आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा।