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Maharashtra में राजनीतिक बवाल, क्या दुष्कर्म मामले में चली जाएगी मंत्री धनंजय मुंडे की कुर्सी?, MVA में मचा हंगामा

महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे (Dhananjay Munde) के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज होने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। वहीं, विपक्ष ने उनसे इस्तीफे की मांग की है। इस बीच धनंजय मुंडे ने कहा कि एनसीपी (NCP) प्रमुख शरद पवार और पार्टी को सब बता दिया है।

मुंबई। महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे (Dhananjay Munde) के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज होने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। वहीं, विपक्ष ने उनसे इस्तीफे की मांग की है। इस बीच धनंजय मुंडे ने कहा कि एनसीपी (NCP) प्रमुख शरद पवार और पार्टी को सब बता दिया है। उनका जो भी फैसला होगा, मैं उसे स्वीकार करूंगा। दरअसल, महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे पर दुष्कर्म का आरोप लगने के बाद पहली प्रतिक्रिया देते हुए इसे पारिवारिक मामला बताया। मंत्री पर एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है, उसके बाद से राज्य की राजनीति में तूफान खड़ा हो गया है। राकांपा के राज्य प्रमुख जयंत पाटिल ने स्पष्ट किया कि मुंडे के इस्तीफे या राज्य मंत्रिमंडल में किसी भी तरह के बदलाव का कोई सवाल ही नहीं है।

Sharad Pawar

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी पाटिल के रुख का समर्थन किया। लेकिन सहयोगी शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने किसी के निजी मामलों में हस्तक्षेप करने और राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा पर जम कर निशाना साधा। पाटिल ने यह भी कहा कि मुंबई पुलिस को मुंडे के खिलाफ आरोपों की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। मुंडे ने बुधवार देर शाम राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की थी और उन्हें घटनाक्रम से अवगत कराया था।

बुधवार को भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने चुनाव आयोग (ईसी) को पत्र लिखकर मुंडे के खिलाफ उनके 2019 के विधानसभा हलफनामे में दो पत्नियां रखने और बच्चों और संपत्तियों के बारे में कथित रूप से जानकारी छुपाने का आरोप लगाया। गुरुवार सुबह सोमैया ओशिवारा पुलिस स्टेशन पहुंचे और मांग की कि पुलिस मुंडे के खिलाफ कथित दुष्कर्म-पीड़िता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करे।

महिला ने मुंडे पर शादी के बहाने और बॉलीवुड में काम दिलाने का झांसा देकर कई वर्षों तक दुष्कर्म किए जाने की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद से राकांपा की काफी किरकिरी हो रही है। भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडे के खिलाफ पुलिस ने अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया है। मुंडे 2013 में भाजपा छोड़कर राकांपा में आ गए थे।

मुंडे ने हालांकि सभी आरोपों को झूठा बताया। उन्होंने दावा किया कि महिला ने उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए अपने मोबाइल फोन से कॉल किया था, पैसे की मांग की। इस काम में महिला की बहन और भाई भी मददगार थे। उन्होंने सबूत के तौर पर इस बावत एसएमएस होने का भी दावा किया। हालांकि, उन्होंने यह बात मानी कि 2003 से वह एक महिला के साथ रिश्ते में हैं। उससे एक बेटा और एक बेटी भी है। वह उनका पालन-पोषण करते हैं और ये बात उनकी पत्नी को भी मालूम है।

DHANANJAY

मुंडे ने दावा किया, 2019 से उसने और उसकी बहन ने मुझे ब्लैकमेल किया और पैसे की मांग करने लगे। 12 नवंबर, 2020 को इस मामले को लेकर पुलिस में एक शिकायत भी दर्ज कराई गई। उन्होंने कहा कि उन्हें महिला के भाई ने धमकी दी थी, और नवंबर 2020 में उनकी बड़ी बहन ने सोशल मीडिया पर उनसे संबंधित कुछ व्यक्तिगत और निजी सामग्री प्रकाशित की और उन्हें ब्लैकमेल किया।

मुंडे ने कहा, इसलिए मैं इस मामले में न्याय पाने की कोशिश कर रहा हूं। उसके खिलाफ उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है। उच्च न्यायालय ने उसे इस तरह की सामग्री के प्रकाशन पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए हैं। याचिका आगे की सुनवाई के लिए लंबित है। इस बीच, दोनों पक्षों के वकीलों द्वारा सुलह की प्रक्रिया भी चल रही है। महिला की बहन ने 12 जनवरी को सोशल मीडिया पर कहा कि वह पहले पुलिस के पास गई थी, लेकिन उसकी शिकायत सुनी नहीं गई। उसने आगे दावा किया कि मुंडे – जो कथित तौर पर महिला के देवर हैं और उसने 1998 में उसकी बहन से शादी की थी– पहली बार 2006 में उसके साथ दुष्कर्म किया, जब वह घर पर अकेली थी और फिर पिछले कुछ वर्षों में कई बार इस कृत्य को दोहराया।