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इस वजह से अभी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह, बताई वजह…

Covid-19 vaccine: भारत को कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के मोर्चे पर जबरदस्त कामयाबी हाथ लगी है। रविवार को दवा नियामक ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में बनी स्वदेशी कोरोना वैक्सीन की मंजूरी दे दी है।

नई दिल्ली। भारत को कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के मोर्चे पर जबरदस्त कामयाबी हाथ लगी है। रविवार को दवा नियामक ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में बनी स्वदेशी कोरोना वैक्सीन की मंजूरी दे दी है। डीसीजीआई ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड (COVISHIELD) को आपात प्रयोग की मंजूरी दे दी। इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने सोमवार को कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा ऐलान किया है।

CoVaxine & Covishield

शिवराज सिंह चौहान ने प्रेंस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि वह अभी कोरोना का टीका नहीं लगवाएंगे। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि, कोरोना वैक्सीन के टीकारण की तैयारी सभी ने अपने-अपने स्थानों में की होगी। उसकी योजना ढंग से हो जाए। और जो प्रायॉरिटी ग्रुप्स है और जैसे मैंने तय किया मैं वैक्सीन अभी नहीं लगवाऊंगा। पहले बाकि को लगे और इसके बाद अपना नंबर आए। जो प्रायॉरिटी ग्रुप्स है उनको लग जाए । उस व्यवस्था को बनाने में हम सबको जुटना पड़ेगा।

इसकी जानकारी उन्होंने अपने ट्विटर के माध्यम से भी दी है। सीएम शिवराज सिंह ने यह घोषणा ऐसे वक्त पर की है जब विपक्षी नेता लगातार कोरोना वैक्सीन को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।

वैक्सीन को मंजूरी मिलते हीं ओछी राजनीति पर उतर आए कांग्रेस नेता

इससे पहले कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलते ही कांग्रेस नेता शशि थरूर ने निशाना साधते हुए कहा कि भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन ने अभी फेज 3 का ट्रायल पूरा नहीं किया है। ऐसे में यह अप्रूवल अपरिपक्वता में दी गई है और यह घातक हो सकता है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन से इस बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा है। उन्होंने इसके ट्रायल पूरा होने तक इसे अनुमति ना देने की बात भी कही साथ ही सरकार से ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को सही मानकर उसी पर काम करने की मांग की।

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयराम रमेश ने भी वैक्सीन की मंजूरी पर सवाल उठाया है। कोवैक्सीन पर सवाल उठाते हुए रमेश ने स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि भारत बायो​टेक की कोवैक्सीन को मंजूरी देने के लिए सरकार ने क्यों अंतरराष्ट्रीय मानकों को नजरअंदाज किया। सरकार की तरफ से इस बात का स्पष्टीकरण देना जरूरी है।