नई दिल्ली। एक तरफ कई राज्यों में धर्मांतरण निरोधक कानून लागू किया गया है। इसको लेकर सियासत भी चरम पर है। इस सब के बीच लव जिहाद को लेकर एक नई किस्म की बहस भी शुरू हो गई है। हालांकि इस कानून में इस बात का जिक्र किया गया है कि जबरन धर्म परिवर्तन कराने या धोखे से शादी कर फिर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करना कानूनन अपराध है और इसी को लेकर यह कानून बनाया गया है। लेकिन अब जो खबर सामने आ रही है वह बिल्कुल विपरीत है। अभी तक हर मामले में इस बात को साफ देखा जा रहा था कि कोई लड़का बहला फुसलाकर या धोखे में रखकर, नाम बदलकर दूसरी धर्म की लड़की से दोस्ती करता है और फिर उस लड़की को धर्म परिवर्तन करने पर मजबूर करता है।
लेकिन अब जो घटना सामने आई है, वह उत्तर प्रदेश के औरेया जिले की है। इसमें एक हिंदू लड़के आकाश के साथ एक मुस्लिम महिला 12 अक्टूबर 2020 को घर छोड़कर चली जाती है। फिर दोनों दिल्ली पहुंचते हैं और यहां 14 अक्टूबर को आर्य समाज मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी कर लेते हैं। इसके बाद दोनों साथ रहने लगते हैं।
इधर लड़की के घरवाले पुलिस में इस मामले की शिकायत लेकर पहुंचते हैं और युवक आकाश के खिलाफ अपनी बेटी के अपहरण की तहरीर देते हैं। इसके बाद इस मामले पर पुलिस जांच में जुट जाती है। महिला औरेया जिले के सेंगनपुर की रहने वाली है और पास के गांव कुलगांव के आकाश के साथ कथित तौर पर भाग गई थी। इसी को लेकर लड़की के परिजनों ने औरेया जिले के अयाना पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।
लेकिन 5 जनवरी को दोनों वापस अपने इलाके में लौट आते हैं। दोनों मंगलवार को आर्य समाज मंदिर द्वारा जारी किए गए विवाह प्रमाण पत्र के साथ अयाना पुलिस स्टेशन पहुंच जाते हैं। जहां की पुलिस के पास लड़के आकाश के खिलाफ लड़की के परिवार वालों ने तहरीर दी थी। यहां पहुंचकर लड़की पुलिस के सामने इश बात को कबूल करती है कि वह अपने मन से लड़के के साथ गई थी। आकाश नाम के इस लड़के ने उसका अपहरण नहीं किया था। लेकिन वह महिला पुलिस को इसके बाद जो कहती है वह बेहद चौंकानेवाला है। लड़की कहती है कि लड़का अगर इस्लाम धर्म अपना ले तो वह उसके साथ रहना चाहेगी। यह सुनकर पुलिस वाले भी हैरान हो जाते हैं।
चूंकि महिला के पिता की शिकायत पर आकाश के खिलाफ धारा 366 के तहत मामला दर्ज किया गया था तो ऐसे में दोनों को अदालत में पेश किया जाता है। जहां लड़की अपने परिवार के साथ फिर से रहने की इचिछा जताती है। इसके बाद बुधवार को उसे उसके माता-पिता के साथ भेज दिया जाता है। वहीं पुलिस का मानना है कि लड़की के बयान से जो बात पता चली उसको ध्यान में रखने के बाद यह तय नहीं किया गया है कि लड़के के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी या नहीं। इस संबंध में पुलिस वाले कानूनी राय ले रहे हैं। पुलिस ने ये भी बताया कि लड़का एक निजी कंपनी में काम करता है और उसने दावा किया कि उसके माता-पिता इन दोनों के रिश्ते को स्वीकार करने को तैयार थे लेकिन लड़की के परिवार वाले इसके खिलाफ थे। पुलिस की मानें तो लड़के का दावा है कि जब दोनों आर्य समाज मंदिर में शादी कर रहे थे तो उसके परिवार वाले वहां मौजूद थे।