NIA का बड़ा खुलासा, आतंकी संगठनों की कमान संभाल रही हैं मेट्रो सिटी की महिलाएं

हाल ही में ये खबरे सुनने को मिल रही हैं कि भारत में आतंकी हमले का खतरा है। ऐसे में राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने एक बड़ा खुलासा किया है।

Avatar Written by: July 18, 2020 3:04 pm

नई दिल्ली। हाल ही में ये खबरें सुनने को मिल रही हैं कि भारत में आतंकी हमले का खतरा है। ऐसे में राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने एक बड़ा खुलासा किया है। एजेंसी ने बताया कि भारत में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट की कमान मेट्रो सिटी में रहने वाली महिलाएं संभाल रही हैं।

ये महिलाएं सोशल मीडिया के जरिए इस्लामिक स्टेट की विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रही हैं। एनआईए के मुताबिक इतना ही नहीं हमले के लिए विस्फोटक जुटाने का भी काम कर रही हैं। एनआईए को इस मामले में एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इस मामले में एजेंसी ने पुणे से सादिया अनवर शेख नाम की एक युवती को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि सादिया काफी कट्टरपंथी विचारधारा की है।

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सादिया अनवर शेख नाम की युवती गिरफ्तार

जानकारी के मुताबिक ये वही सादिया है जो आतंकी जाकिर मूसा से शादी करने जम्मू-कश्मीर पहुंच गई थी। जिसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने साल 2018 में उसे पकड़ लिया था। हालांकि बाद में उसे डी-रेडिकलाइज करके छोड़ दिया गया था। वहीं जब आतंकी जाकिर मूसा ने सादिया से शादी करने से इनकार कर दिया तो उसने जम्मू-कश्मीर ISIS के हेड वकार के सामने शादी का प्रस्ताव रखा। लेकिन जब वकार ने भी शादी से मना कर दिया तो वो ISIS के खिलाफ हो गई थी।

इसके बाद सादिया ने IS का खुरासान मॉड्यूल ज्वॉइन कर लिया. सादिया टेलीग्राम ऐप के जरिए दूसरे आतंकियों से इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस मांग रही थी। लेकिन जांच एजेंसी ने उसकी चैट पकड़ ली। स्पेशल सेल के हाथों गिरफ्तार इस्लामिक स्टेट खुरासान मॉड्यूल की आतंकी हिना बशीर और जहानजेब सामी की इंट्रोगेशन रिपोर्ट में सादिया को लेकर कई खुलासे हुए हैं।

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हिना बेग के कॉन्टैक्ट में थी सादिया

खबरों के मुताबिक सादिया शेख टेलीग्राम ऐप पर अहल-ए-वफा नाम की आईडी से गिरफ्तार हिना बेग और जहानजेब के अलावा दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद आतंकी अब्दुल्ला बाशित से लगातार कॉन्टैक्ट में थी। अब्दुल बाशित तिहाड़ जेल से ही ‘वॉइस ऑफ इंडिया’ नाम की एक मैगजीन निकाल रहा था। हिना, सादिया और जहानजेब मैगजीन निकालने में बाशित की मदद कर रहे थे। इस पत्रिका में नागरिकता संशोधन कानून प्रोटेस्ट के नाम पर दिल्ली दंगों के पोस्टर छापे गए थे और भड़काने वाले कंटेंट डाले गए थे।

बताया जा रहा है कि दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में बड़े आतंकी हमले की साजिश रची जा रही थी। दिल्ली में लोन वुल्फ अटैक की प्लानिंग चल रही थी। लोन-वुल्फ अटैक का मतलब यह है कि आतंकवादी दिल्ली पुलिसकर्मियों पर चाकू से हमला कर सकते हैं या छोटे हथियारों से फायरिंग कर सकते हैं या फिर वाहन से कुचल सकते हैं।