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Uttar Pradesh: योगी आदित्यनाथ सरकार ने बदल दी वाराणसी में सरकारी स्कूल की तस्वीर, अब बना स्मार्ट स्कूल

Uttar Pradesh: योगी सरकार देश के भविष्य को संवारने के लिए उनके अच्छी शिक्षा के इंतज़ाम में जुटे हैं। उन्होंने वाराणसी के मच्छोदरी स्थित नगर निगम के स्कूल का कायाकल्प करा दिया है।

वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के सरकारी स्कूलों को कान्वेंट स्कूल के मुक़ाबले खड़ा कर रहे हैं। वाराणसी के मच्छोदरी स्थित नगर निगम के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को दो मंजिला स्मार्ट स्कूल बना दिया गया है। स्मार्ट स्कूल को बिजली के लिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए सोलर पैनल लगाया जा रहा है। लिफ़्ट युक्त विद्यालय दिव्यांग फ्रेंडली भी है। नगर निगम का ये विद्यालय अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है। और अब ये स्कूल कान्वेंट इंग्लिश स्कूलों को टक्कर देने को तैयार है। इस बिल्डिंग में कौशल विकास केंद्र के लिए भी जग़ह दी गई है। स्कूल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का भी इंतज़ाम है। अज़ादी के पहले के इस स्कूल को अब इंटर मीडियट तक करने की योजना भी चल रही है। वाराणसी स्मार्ट सिटी अंतर्गत मिशन कायाकल्प के तहत अन्य 17 सरकारी विद्यालयों का भी कायाकल्प प्रस्तावित है।

CM Yogi Adityanath

बच्चे किसी भी देश के भविष्य होते हैं। उनकी अच्छी शिक्षा देश को उन्नति की ओर ले जाती है और देश समृद्ध बनाती है। योगी सरकार देश के भविष्य को संवारने के लिए उनके अच्छी शिक्षा के इंतज़ाम में जुटे हैं। उन्होंने वाराणसी के मच्छोदरी स्थित नगर निगम के स्कूल का कायाकल्प करा दिया है। आजादी के पहले की इस बिल्डिंग की हालत जर्जर हो चुकी थी। अब इसे अत्याधुनिक बना दिया गया है। इस हाईटेक विद्यालय में 40 कमरे बने हैं। विद्यालय के सभी क्लास स्मार्ट क्लास बनाए जा रहे हैं। दो फ्लोर के बराबर ऊंचाई का ऑडिटोरियम, कंप्यूटर लैब, सीसीटीवी कैमरा, शुद्ध पेयजल, अग्निशमन सहित अन्य आधुनिक सुविधाओं से यह लैस है। इसी बिल्डिंग में स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी चलेगा। जिससे रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

वाराणसी स्मार्ट सिटी के जीएम डी. वासुदेवन ने बताया कि 2019 में नए भवन के बनने की शुरुआत हुई थी। भूतल प्लस दो मंजिल विद्यालय का निर्माण लगभग 12.5 करोड़ की लागत से हो रहा है। करीब 4585 स्क्वायर मीटर एरिया में, 4200 स्क्वायर मीटर निर्माण हुआ है। विद्यालय में फ़िनिशिंग का काम चल रहा है। इस स्कूल में 75 केवी का सोलर पैनल लगेगा। जिससे करीब 70 प्रतिशत बिजली की बचत होगी। एक तरह से बिजली के लिए ये सरकारी स्कूल आत्मनिर्भर होगा। इसके अलावा रेन वाटर हार्वेस्टिंग का भी प्रबंध है, जो करीब तीस हज़ार लीटर पानी रीचार्ज करेगा। दिव्यांगों को ध्यान में रखते हुए दो लिफ़्ट लगाई गई है। शौचालय को भी दिव्यांग फ्रेंडली बनाया गया है।

विद्यालय के प्रिंसिपल अग्नि कुमार सिंह ने बताया कि मच्छोदरी स्थित नगर निगम के इस विद्यालय की स्थापना वर्ष 1927 में की गई थी। वर्ष 1966-67 में इस विद्यालय को हाईस्कूल तक की मान्यता मिल गई थी। विद्यालय बन जाने के बाद इसे इंटर तक करने की योजना भी बन रही है। अभी तक विद्यालय प्राइमरी व हाई स्कूल तक ही चलता है। वाराणसी स्मार्ट सिटी अंतर्गत मिशन कायाकल्प के तहत अन्य 17 सरकारी विद्यालयों का भी कायाकल्प प्रस्तावित है। वर्तमान में राजघाट, पांडेयपुर में प्राइमरी स्कूल एवं महमूरगंज कम्पोजिट स्कूल में मिशन कायाकल्प के तहत पुनर्विकास कार्य कराया जाना है। जिसमें राजघाट प्राइमरी स्कूल में परिसर का पुनर्निर्माण का कार्य एवं महमूरगंज कम्पोजिट स्कूल में एक नए भवन का निर्माण प्रस्तावित है।