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भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी आदित्यनाथ सरकार की जीरो टालरेंस नीति जारी, 5 पीसीएस अधिकारी निलंबित

यूपी में सरकार गठन के बाद से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करने के सरकार के वायदे पर लगातार काम कर रहे हैं।

लखनऊ। यूपी में सरकार गठन के बाद से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार के साथ समझौता नहीं करने के सरकार के वायदे पर लगातार काम कर रहे हैं। इसके तहत योगी सरकार समय-समय पर भ्रष्टाचार में लिप्त सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों पर नकेल कसते रहते हैं। आज भी इसी के तहत योगी सरकार की तरफ से प्रदेश के 5 अधिकारियों पर गाज गिरी है।

Chief Minister Yogi Adityanath

योगी सरकार ने जीरो टालरेंस नीति के तहत 5 पीसीएस आधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इसमें दातागंज ,बदायूं जिले के मामले में डिप्टी कलेक्टर महेश प्रकाश, सतीश चन्द्र, अशोक कुमार गुप्ता, मनोज प्रकाश के अतिरिक्त सहारनपुर के सहायक नगर आयुक्त संजय कुमार शामिल हैं।

इससे पहले नवंबर 2019 में प्रदेश सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। योगी सरकार ने 7 पीसीएस अधिकारियों को जबरन रिटायर कर दिया था। यह वह अफसर थे जिनकी उम्र 50 साल से अधिक हो चुकी थी।

UP CM Yogi Adityanath

मार्च 2017 में सत्ता संभालते ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जिस योजना को एजेंडे के तहत लागू किया, वह थी भ्रष्ट अधिकारियों को नौकरी से बाहर करने की कवायद।

up cm yogi adityanath

ऐसे में पिछले लगभग 3 साल के अपने कार्यकाल में यूपी में योगी सरकार ने हजारों की संख्या में अधिकारियों और कर्मचारियों पर यह गाज गिराई है। इन भ्रष्ट अधिकारियों पर योगी सरकार सत्ता संभालने के बाद से ही सख्त नजर आ रही है। वहीं लगातार योगी सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के ख्याल से अधिकारियों के तबादले समय-समय पर कर रही है।