नई दिल्ली। गुंडाराज के खिलाफ योगी सरकार के तेवर दिनों दिन सख्त होते जा रहे हैं। विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उसके गुर्गों की धरपकड़ तेज हो गई है। इसी कड़ी में विकास दुबे के लखनऊ स्थित घर को भी ढहाने की तैयारी चल रही है।
जानकारी के मुताबिक विकास दुबे ने घर का कोई भी नक्शा पास नहीं करवाया था। लखनऊ में जिस भूखंड पर इंद्रलोक कालोनी में घर बनाया गया था, उसके लिए स्वीकृत मानचित्र अभी तक नहीं मिला है। संभावना इस बात की है कि विकास दूबे ने डरा धमकाकर ये अवैध निर्माण कर लिया हो।
ऐसे में इसे अवैध निर्माण मानते हुए इसकी सुनवाई प्रवर्तन कोर्ट ने शुरू कर दी है। एलडीए के सूत्रों के मुताबिक लखनऊ प्रशासन जल्दी ही बड़ी कार्यवाही की तैयारी में है। इसके कारण बेहद यह स्पष्ट हैं। इस कालोनी का ले-आउट 1990 में स्वीकृत है। ऐसे में मानचित्र को नियमानुसार पूर्व में स्वीकृत कराया जा सकता था।
चौबेपुर थाने से मिली थी विकास दुबे को दबिश की खबर
पहले कानपुर शूटआउट। फिर गैंगस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर और अब एक के बाद एक खुलासे। जो हैरान और परेशान करने वाले हैं। अब इस मामले में ये बात पुख्ता हो गई है कि चौबेपुर थाने से ही विकास को पुलिस कार्रवाई की सूचना मिली थी। दरअसल, विकास दुबे और चौबेपुर थाने के सिपाही राजीव चौधरी के बीच बातचीत का एक ऑडियो सामने आया है। इस ऑडियो टेप के सामने आने से साफ हो गया है कि थाने से ही मुखबिरी हुई थी।
कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को पहले ही पता चल गया था कि उसके खिलाफ मुकदमा लिखा जा रहा है। मुकदमा लिखे जाने से बौखलाए विकास दुबे ने पुलिस को धमकी दी थी। विकास ने कहा था कि ऐसा कांड करूंगा कि सब याद रखेंगे। चाहे पूरा जीवन फरारी काटनी पड़े। पुलिस ने अगर विकास दुबे के फोन को गंभीरता से लिया होता तो ये वारदात टाली जा सकती थी।