तीन सालों में योगी सरकार का भ्रष्टाचार पर रिकॉर्ड वार, यूं बना इतिहास
पुलिस विभाग में करप्शन पर भी सख्त कार्यवाही हुई है। साल 2017 में एंटी करप्शन विभाग की ओर से 53 सफल ट्रैप किए गए थे। इनमे से 7 पुलिस विभाग के और 46 अन्य विभागों के थे।
नई दिल्ली। योगी सरकार के तीन साल पूरे होने को हैं। इन तीन सालों में योगी सरकार ने भ्रष्टाचार पर जमकर प्रहार किया है। आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं। गुजरे तीन सालों में एंटी करप्शन विभाग ने 245 सफल ट्रैप किए हैं और कुल 41 लाख 67000 रुपये बरामद किए हैं। भ्रष्टाचार के मामलों में सीएम योगी की नीति बेहद सख्त रही है। यही वजह है कि यूपी में अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच हमेशा भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर डर का माहौल रहता है।
सीएम योगी भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते आए हैं। सीएम योगी की छवि एक बेहद ईमानदार नेता की है। उनके ऊपर बेईमानी का एक भी दाग नहीं है। यही वजह है कि यूपी के अधिकारी भी भ्रष्टाचार के मामलों में बेहद सख्ती से कार्यवाही कर रहे हैं।
साल 2019 में एंटी करप्शन विभाग में 100 सफल कार्यवाही हुई। इनमें से 14 पुलिस विभाग और 86 अन्य विभागों पर कार्रवाई की थी। इसमें 17 लाख 22 हजार रुपए बरामद हुए थे। इसी तरह फरवरी 2020 तक 12 सफल ट्रैप किए गए, जिनमें 1 पुलिस विभाग और 11 अन्य विभाग शामिल हैं। भ्रष्टाचार को लेकर एंटी करप्शन विभाग की तरफ से जो कार्रवाई की गई है, उसके मुताबिक राजस्व और बिजली विभाग में सबसे ज्यादा करप्शन के मामले सामने आए हैं।
पुलिस विभाग में करप्शन पर भी सख्त कार्यवाही हुई है। साल 2017 में एंटी करप्शन विभाग की ओर से 53 सफल ट्रैप किए गए थे। इनमे से 7 पुलिस विभाग के और 46 अन्य विभागों के थे। इस कार्यवाही में एंटी करप्शन विभाग ने 6 लाख 32000 रुपये बरामद किए। इसी तरह साल 2018 में एंटी करप्शन विभाग ने 80 सफल ट्रैप कि। इनमें 7 पुलिस विभाग और 73 अन्य विभागों के भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई हुई। इस कार्यवाही में 15 लाख 44 हजार रुपए बरामद किए गए।