नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अपराध नियंत्रण एवं कानून-व्यवस्था में ढिलाई और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मंगलवार को प्रयागराज के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित को सस्पेंड कर दिया। मुख्यमंत्री ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था लागू नहीं कर पाने के आरोप को देखते हुए यह कदम उठाया है। उन्हें अब डीजीपी मुख्यालय, लखनऊ भेज दिया गया है।
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, प्रयागराज के रूप में तैनाती की अवधि में दीक्षित द्वारा अनियमितताएं किए जाने तथा शासन व मुख्यालय के निर्देशों का अनुपालन सही ढ़ंग से नहीं किए जाने का आरोप है।
Abhishek Dixit, Senior Superintendent of Police, Prayagraj has been suspended for alleged negligence in law and order situation, and corruption.
— ANI UP (@ANINewsUP) September 8, 2020
अभिषेक दीक्षित पर लगे ये आरोप
दीक्षित को हाल ही में 16 जून को प्रयागराज का एसएसपी बनाया गया था। उन्हें सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के स्थान पर एसएसपी बनाया गया था। गृह विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय अधिकारी के खिलाफ पुलिस ट्रांसफर और पोस्टिंग में भ्रष्टाचार के कई आरोपों की वजह से लिया गया है। दीक्षित पर जिले में कानून-व्यवस्था लागू नहीं करने का भी आरोप था। दीक्षित पर उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के आदेश की अवहेलना का भी आरोप था।
हाईकोर्ट ने जताई थी नाराजगी
प्रयागराज में बीते तीन माह में लम्बित विवेचनाओं में भी निरंतर वृद्धि हुई है। गृह विभाग द्वारा जारी बयान के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी को लेकर सामाजिक दूरी के संबंध में सरकार के निर्देशों का जनपद में सही ढंग से पालन नहीं कराया गया जिस पर हाईकोर्ट द्वारा नाराजगी जतायी गयी थी। निलम्बन की अवधि में अभिषेक दीक्षित लखनऊ में पुलिस महानिदेशक कार्यालय से अटैच रहेंगे।