Diabetes: डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है अश्वगंदा, जानिए कैसे करें प्रयोग
Diabetes: डायबिटीज के मरीजों को ब्ल्ड शुगर कंट्रोल करने के लिए अपने खानपान के साथ-साथ लाइफस्टाइल में भी कई तरह के बदलाव करने पड़ते हैं। आयुर्वेद में डायबिटीज के मरीजों के लिए कई औषधि और जड़ी-बूटी बनाई गई हैं लेकिन इनमे सबसे ज्यादा फायदेमंद अश्वगंधा को माना जाता है।
नई दिल्ली। डायबिटीज के मरीजों को ब्ल्ड शुगर कंट्रोल करने के लिए अपने खानपान के साथ-साथ लाइफस्टाइल में भी कई तरह के बदलाव करने पड़ते हैं। आयुर्वेद में डायबिटीज के मरीजों के लिए कई औषधि और जड़ी-बूटी बनाई गई हैं लेकिन इनमे सबसे ज्यादा फायदेमंद अश्वगंधा को माना जाता है। कहते हैं कि अश्वगंधा से ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक तौर पर भी फायदा मिलता है। इस बारे में कुछ स्टडीज भी सामने आई हैस जिसके मुताबिक, अश्वगंधा में कुछ मात्रा में एंटी डायबिटिक प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं।
अश्वगंधा के कई फायदे
अश्वगंधा के पौधों में मजबूत एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जिसके लिए औषधीय गुणों की वजह से ही सालों से कई आयुर्वेदिक दवाओं में इसका इस्तेमाल होता है। कहते हैं कि अश्वगंधा में मजबूत एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जिससे तनाव को कम किया जा सकता है। कहते हैं कि इम्यूनिटी बढ़ाने में भी अश्वगंधा काफी कारगर होता है। इसके साथ ही अश्वगंधा को एंटी डायबिटिक, एंटी कैंसर, एंटी माइक्रोबियल, एंटी आर्थिरिटिक, न्यूरो न्यूरोप्रोटेक्टिव और कार्डियो प्रोटेक्टिव माना जाता है।
डायबिटीज पर अश्वगंधा का असर
अश्वगंधा में कई तरह के औषधीय गुण होते हैं जो ब्लड ग्लुकोज स्तर को कम करने में भी काफी फायदेमंद होते हैं। साल 2015 की एक टेस्ट ट्यूब स्टडी में सामने आया है कि अश्वगंधा इंसुलिन स्राव को बढ़ाने में मदद करता है और मांसपेशियों की कोशिकाओं में इंसुलिन संवेदनशीलता में भी सुधार करता है।
इस तरह करें इस्तेमाल
अश्वगंधा को इस्तेमाल करने के लिए कई अलग-अलग तरह के तरीके अपनाए जा सकते हैं। साल 2020 की एक स्टडी के मुताबिक, पाउडर के रूप में अश्वगंधा का सेवन ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। ये न्यूरोडीजेनेरेटिव डिसऑर्डर और कैंसर से बचाता है। वहीं इसका पेस्ट लगाने से जोड़ों के दर्द और सूजन में राहत मिलती है। अश्वगंधा घृत को घी में मिलाकर खाने से इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण और बढ़ जाते हैं।