newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

अनसुनी कहानियां: इस बात को लेकर पत्नी करती है झगड़ा, रोज करती है ये मांग

Unheard stories: कुछ लोग दूसरे के परिजनों को नहीं अपना पाते ऐसे में वैवाहिक जीवन में समस्याएं पैदा होने लगती हैं। हमारे एक पाठक अक्षत ने ऐसी ही एक समस्या साझा की है और वो उसका उसका समाधान खोज रहे हैं। जानिए अक्षत की सलाह क्या है और हमारी एक्सपर्ट ने उन्हें क्या सलाह दी है?

नई दिल्ली। विवाह एक ऐसा बंधन है जो न केवल दो इंसानों बल्कि दो परिवारों को भी आपस में जोड़ता है। सही मायने में देखा जाए तो शादी के बाद प्रत्येक व्यक्ति के पास दो माता-पिता हो जाते हैं और लड़का हो चाहें लड़की, उनका ख्याल रखने की जिम्मेदारी दोनों पर समान रूप से आ जाती है। लेकिन कुछ लोग दूसरे के परिजनों को नहीं अपना पाते ऐसे में वैवाहिक जीवन में समस्याएं पैदा होने लगती हैं। हमारे एक पाठक अक्षत ने ऐसी ही एक समस्या साझा की है और वो उसका उसका समाधान खोज रहे हैं। जानिए अक्षत की समस्या क्या है और हमारी एक्सपर्ट ने उन्हें क्या सलाह दी है? अक्षत शादीशुदा हैं। उनकी शादी को अभी थोड़ा ही समय हुआ है और अभी से उनकी शादीशुदा जिंदगी में कलह होनी शुरू हो गई है। उनके अनुसार, पत्नी अक्षत के माता-पिता के साथ रहना नहीं चाहती है। वो एक अलग घर की मांग पर अड़ी है। लेकिन अक्षत अपने माता-पिता के बुढ़ापे में उन्हें अकेला नहीं छोड़ सकते हैं। इतना ही नहीं, माता-पिता की अनुपस्थिति में वो अक्षत से इस बात को लेकर खूब झगड़ा करती हैं। वहीं पैरेंट्स के सामने एक आदर्श बहू की तरह पेश आती है। पत्नी के इस दोहरे चरित्र से अक्षत काफी परेशान हैं। वो चाहते हैं कि किसी तरह से पत्नी को ये बात समझा सकें कि वो माता-पिता को अकेला नहीं छोड़ सकते हैं।

इस बारे में एक्सपर्ट का कहना है कि भारतीय परंपरा को पश्चिमी संस्कृतियां बहुत तेजी से प्रभावित कर रही हैं। देश में न्यूक्लियर फेमिली का काफी बढ़ गया है। आधुनिक माता-पिता ने भी बच्चों के अलग रहने की जरूरत को समझा है और उसे अपना भी लिया है। इससे घर में शांति और प्रेम बना रहता है। लेकिन अक्षत की समस्या जैसे मामलों में लड़के के मन में कितनी उथल-पुथल और अशांति रहती है ये समझ पाना काफी कठिन है। ऐसे में लड़के को ही थोड़ी समझदारी से काम लेते हुए पत्नी और माता-पिता दोनों से बात करनी चाहिए। पत्नी से अलग रहने की जिद का कारण पूछना चाहिए। उदाहरण के तौर पर अगर ये समस्या घर के काम को लेकर पैदा हो रही है तो घर में हेल्पर रख सकते हैं या लड़का स्वयं घर के कामों में उसकी मदद कर सकता हैं। इसके अलावा, माता-पिता से भी इस विषय में बात करें।

कहीं ऐसा तो नहीं कि उनकी जिम्मेदारियां पत्नी पर इतनी अधिक हैं कि उसे खुद के लिए समय नहीं मिल रहा है या फिर माता-पिता कठोर सास-ससुर की भूमिका निभाते हुए आपकी पत्नी का अपमान करते हैं। बातचीत के जरिए बीच का रास्ता निकालें।