Asia Cup 2022: पाकिस्तान की हार के बाद शोएब हुए गुस्सा, तो हेड कोच ने कहा- बाहर रहकर बोलना आसान है

Shoaib Akhtar: पाकिस्तानी टीम की इस शर्मनाक हार के बाद अब वहां के पूर्व खिलाड़ी वर्तमान खिलाड़ियों की जमकर आलोचना कर रहे हैं। इसी कड़ी में बीत दिन पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएम अख्तर ने भी पाकिस्तान टीम को जमकर लताड़ लगाई।

Avatar Written by: September 13, 2022 12:50 pm

शिया कप में पाकिस्तान की अवाम की उम्मीदों के बावजूद ट्रॉफी को अपने नाम करना उनकी टीम का सपना ही रह गया। श्रीलंका के साथ फाइनल मुकाबले से पहले पूरे देश में नारे लग रहे थे कि इस बार एशिया कप पाकिस्तान के नाम होगा। लेकिन श्रीलंकाई युवा खिलाड़ियों ने पाकिस्तान को हकीकत का सामना करवाते हुए एहसास दिलाया कि किसी भी टूर्नामेंट को नारों से नहीं, बल्कि मैदान पर बेहतरीन प्रदर्शन करके अपने नाम किया जाता है। पाकिस्तान की टीम अभी तक केवल दो ही एशिया कप के खिताब को अपने नाम कर पाई है। इस बार पाकिस्तान के क्रिकेट फैंस को लग रहा था कि तीसरी बार उनके खिलाड़ी उनके देश के नाम ट्रॉफी दिलाएंगे, लेकिन ऐसा हो ना सका। इस मैच में पाकिस्तान की हार का कारण सभी खिलाड़ी नहीं, बल्कि कुछ ही हैं, जिन्होंने घटिया खेल दिखाया और नतीजा ये रहा कि श्रीलंका की टीम ने छठी बार एशिया कप की विनर बनी। पाकिस्तानी टीम की इस शर्मनाक हार के बाद अब वहां के पूर्व खिलाड़ी वर्तमान खिलाड़ियों की जमकर आलोचना कर रहे हैं। इसी कड़ी में बीत दिन पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएम अख्तर ने भी पाकिस्तान टीम को जमकर लताड़ लगाई।

शोएब अख्तर पाकिस्तानी टीम से खुश नहीं

शोएब अख्तर ने टीम को खरी-खोटी सुनाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर कैप्शन देते हुए लिखा कि, “इस कॉम्बिनेशन से काम नहीं चल रहा है। पाकिस्तान को कई चीजों पर ध्यान देना होगा। फखर जमां, इफ्तिखार अहमद, खुशदिल शाह इन सभी के बारे में सोचने की जरूरत है। इसके अलावा रिजवान अब 50 गेंदों पर 50 रन से काम नहीं चलने वाला है। इससे पाकिस्तान को फायदा नहीं मिल रहा। श्रीलंका को सलाम, क्या टीम है।”


हेड कोच ने किया बचाव

शोएब अख्तर की इन बातों पर पाकिस्तानी टीम के हेड कोच सकलैन मुश्ताक ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। वह पाकिस्तानी टीम के खिलाड़ियों का बचाव करते हुए बोले कि, “यह उनकी सोच है। जो बाहर बैठे होते हैं, वो बाहर से चीजों को देखते हैं और उसके ऊपर बोल देते हैं। यहां पर उनकी गलती नहीं है। उन्होंने रिजल्ट और स्कोर बोल्ड देखा जिस पर अपनी टिप्पणी की। उनके लिए यह आसान होता है। बल्कि उन्हें उस बात का अंदाजा तक नहीं होता कि ड्रेसिंग रूम के अंदर क्या माहौल है। खिलाड़ी अपने कॉन्फिडेंस और चोटिल होने के बारे में क्या सोचता हैं।”