टोक्यो। भारतीय फेंसर सीए भवानी देवी ने सोमवार को अपने पहले ओलंपिक अभियान में शानदार शुरूआत की और महिला व्यक्तिगत साब्रे के अपने शुरूआती दौर के मुकाबले में जीत हासिल कर इतिहास रच दिया लेकिन दूसरे मुकाबले में हार के साथ उनका सफर समाप्त हो गया। 27 साल की भवानी ने ट्यूनीशिया की नादिया बेन अजीजी को 15-3 से हराकर राउंड आफ 32 में प्रवेश किया और ओलंपिक में कोई मैच जीतने वाली भारत की पहली तलवारबाज बन गईं लेकिन अगले राउंड में भवानी को फ्रांस की मेनोन ब्रुनेट के हाथों 7-15 से हार मिली।
अपने परफॉर्मेंस से निराश हो कर भवानी देवी दिया ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें उन्होंने अपनी हार पर फैंस से माफी मांगी है। भारत की पहली फेंसर भवानी देवी ने ट्विटर पर अपने फैंस से हार के लिए माफी मांगी है।
Big Day ?
It was Excitement & Emotional.
I won the First Match 15/3 against Nadia Azizi and become the First INDIAN Fencing Player to win a Match at Olympic but 2nd Match I lost 7/15 against world top 3 player Manon Brunet. I did my level best but couldn’t win.
I am sorry ? ?? pic.twitter.com/TNTtw7oLgO— C A Bhavani Devi (@IamBhavaniDevi) July 26, 2021
उन्होंने फैंस से माफी मांगते हुए लिखा- ‘यह उत्साह और भावनात्मक था। मैंने नादिया अज़ीज़ी के खिलाफ पहला मैच 15/3 जीता और ओलंपिक में एक मैच जीतने वाली पहली भारतीय तलवारबाजी खिलाड़ी बन गई, लेकिन दूसरा मैच मैं विश्व के शीर्ष 3 खिलाड़ी मैनन ब्रुनेट के खिलाफ 7/15 से हार गई। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया लेकिन जीत नहीं सकी।’
चेन्नई, तमिलनाडु में जन्मी, भवानी देवी ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय फेंसर हैं। भवानी देवी एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय भी हैं।