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धोनी के मेंटॉर रहे देवल सहाय का 73 साल की उम्र में निधन, काफी समय से थे बीमार

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के मेंटर देवल सहाय (Deval Sahay) का मंगलावर को निधन हो गया। उन्होंने 73 साल की उम्र में रांची के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली।

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के मेंटर देवल सहाय (Deval Sahay) का मंगलावर को निधन हो गया। उन्होंने 73 साल की उम्र में रांची के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। वो काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें रांची क्रिकेट का भीष्म पितामह कहा जाता है। इतना ही नहीं वो बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भी रहे हैं। सहाय को रांची में पहली टर्फ पिच तैयार करने का श्रेय जाता है।

Deval Sahay died

सहाय अपने पीछे पत्नी, एक बेटी और एक बेटे को छोड़ गए हैं। सहाय, जिनका पहला नाम देवब्रत था, लेकिन लोग उन्हें देवल बुलाते थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें नौ अक्टूबर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।

सहाय के बेटे अभिनव आकाश सहाय के मुताबिक, घर पर करीब 10 दिन बिताने के बाद, उन्हें फिर से एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्हें जटिलताएं पैदा हो गई थीं और आज तड़के करीब 3 बजे रांची में उनका निधन हो गया। सहाय की बेटी मीनाक्षी, जो अमेरिका में रहती हैं, इन दिनों रांची में हैं।

Deval Sahay died

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर देवल सहाय, रांची में पहली टर्फ पिच तैयार करने में सहायक थे। मेकॉन में, जहां वे मुख्य अभियंता थे, और फिर सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड में थे, जहां से वे निदेशक (कार्मिक) के रूप में सेवानिवृत्त हुए। धोनी के पिता ने मेकॉन में भी काम किया था। जब वह सीसीएल में थे, सहाय ने एक युवा धोनी को वजीफे पर रखा और उन्हें टर्फ पिचों पर खेलने का पहला अवसर प्रदान किया। सहाय का कैरेक्टर धोनी की बॉयोपिक बॉलीवुड फिल्म एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी में भी दिखाया गया है।