newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Indian Messi Hemraj Johri: उत्तराखंड के इस युवा फुटबॉलर को लोग कह रहे ‘भारत का मेसी’ सीएम धामी भी हुए फैन

Indian Messi Hemraj Johri: वीडियो में हेमराज फुटबॉल मैच के दौरान कार्नर किक मारकर बॉल को स्विंग करके जीरो एंगल से गोल करते दिखाई दे रहे हैं। लोग हेमराज के इस वीडियो को शेयर करते हुए उसे भारत का लियोनेल मेसी कह रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस वीडियो को शेयर करते हेमराज के हुनर की तारीफ की और उसे भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।

नई दिल्ली। हमारा देश युवा प्रतिभाओं से भरा पड़ा है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश के हर राज्य में ऐसे लाखों-करोड़ों युवा हैं जिन्हें यदि थोड़ा भी सपोर्ट किया जाए तो वो देश का नाम विश्व पटल पर चमकाने का हुनर रखते हैं। हम भी आपको न्यूज़रूम पोस्ट पर ऐसे यंग टैलेंट्स की कहानी सुनाते हैं जो लीक से हटकर अपनी एक अलग पहचान बना रहे हैं और जिन्हें लोग सोशल मीडिया पर काफी पसंद भी कर रहे हैं। ऐसे ही एक और जोशीले युवा हैं उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में मुनस्यारी के फुटबॉल खिलाड़ी हेमराज जौहरी जिनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर इन दिनों काफी वायरल हो रहा है। वीडियो में हेमराज फुटबॉल मैच के दौरान कार्नर किक मारकर बॉल को स्विंग करके जीरो एंगल से गोल करते दिखाई दे रहे हैं। लोग हेमराज के इस वीडियो को शेयर करते हुए उसे भारत का लियोनेल मेसी कह रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस वीडियो को शेयर करते हेमराज के हुनर की तारीफ की और उसे भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।

Hemraj

असल में, ये वीडियो जोहार क्लब मुनस्यारी में हो रहे फुटबॉल टूर्नामेंट के दौरान का है। इसे ट्वीट करते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लिखा, “उत्तराखंड राज्य में युवा प्रतिभा की कोई कमी नही है, सीमांत क्षेत्र मुनस्यारी के हेमराज जौहरी इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। राज्य सरकार नई खेल नीति के माध्यम से ऐसे प्रतिभावान युवाओं को उचित मंच प्रदान करने का कार्य कर रही है। हेमराज को उज्ज्वल भविष्य हेतु ढेरों शुभकामनाएं।”

हेमराज जोहरी का कहना है कि मुनस्यारी में एक और फुटबॉल क्लब बनना चाहिए ताकि और बच्चे भी आराम से खेल सकें। हेमराज बताते हैं, “मैं 10 साल की उम्र से फुटबॉल खेलता आ रहा हूं। जब मैंने फुटबॉल खेलना शुरू किया था उस वक्त मेरे पास जूते तक नहीं हुआ करते थे, फिर मैं मुनस्यारी बॉयज से मिला और उन्होंने मुझे खेलने के लिए जूते दिए। मेरे आगे बढ़ने में मेरे कोच का बहुत बड़ा हाथ रहा। उन्होंने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। इसके आगे हेमराज बताते हैं कि इसके बाद मेरा महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में सलेक्शन हुआ और फिर वहां मुझे और कोच मिले। मुझे आगे बढ़ाने में मेरे पिता जी का भी बहुत सपोर्ट रहा है। उन्होंने मुझे हमेशा संघर्ष करने की प्रेरणा दी है। देश में एजुकेशन से लेकर खेल के मैदान तक ऐसे तमाम बेशकीमती हीरे भरे पड़े हैं जिन्हें तराशे जाने की सख्त ज़रूरत है।