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PM ने लिखी रैना के नाम चिट्ठी, कहा- 2011 विश्वकप में आपके योगदान को देश नहीं भूलेगा, तो भारतीय क्रिकेटर ने कही ये बात

रैना(Suresh Raina) द्वारा संन्यास लेने के फैसले को लेकर पीएम मोदी(PM Modi) ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि, ’15 अगस्त को आपने जो फैसला लिया, निश्चित ही वो आपके जीवन के सबसे मुश्किल फैसलों में से एक होगा।’

नई दिल्ली। पिछले दिनों भारतीय क्रिकेट जगत के दो दिग्गज सितारे महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसको लेकर उन्हें क्रिकेट जगत और राजनीति जगत से भी शुभकामना भरे भावुक संदेश मिल रहे हैं। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री मोदी ने धोनी और रैना को लेकर पत्र के जरिए उनके खेल को याद किया और शुभकामनाएं दीं।

MS Dhoni Suresh Raina

पीएम मोदी ने रैना की बल्लेबाजी और गेंदबाजी में दिए महत्वपूर्ण योगदान को सराहते हुए उन्हें याद किया। अपनी चिट्ठी में पीएम ने मोदी रैना के मुरादनगर और लखनऊ में बिताए दिनों को याद किया। पीएम ने कहा कि, देश ने आपको असीम प्यार दिया। उन्होंने कहा कि मैं आपके लिए संन्यास शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहता, क्योंकि आप अभी भी बेहद ही युवा और उर्जावान हैं। क्रिकेट के मैदान पर आपका करियर शानदार रहा है।

Narendra Modi

रैना द्वारा संन्यास लेने के फैसले को लेकर पीएम मोदी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि, ’15 अगस्त को आपने जो फैसला लिया, निश्चित ही वो आपके जीवन के सबसे मुश्किल फैसलों में से एक होगा।’

पीएम मोदी की इस चिट्ठी को लेकर सुरेश रैना ने शुक्रवार को एक ट्वीट के जरिए जवाब दिया है। रैना ने लिखा, “जब हम खेलते हैं, हम अपना खून और पसीना बहाते हैं। इस देश के लोगों और देश के पीएम द्वारा पसंद किए जाने से बेहतर कोई सराहना नहीं है। शुभकामनाओं के लिए पीएम का धन्यवाद। मैं इन्हें आभार के साथ स्वीकार करता हूं।”

आपको बता दें कि इसके पहले पीएम मोदी ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए भी चिट्ठी लिखकर क्रिकेट में उनके योगदान को याद किया था। जिसके जवाब में एमएस धोनी ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा, ‘एक कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी को प्रशंसा की कामना होती है। वे चाहते हैं कि उनकी मेहनत और बलिदान को सभी पहचानें। शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपकी ओर से मिली प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए।’

धोनी को लिखी इस चिट्ठी में प्रधानमंत्री ने उनके भारतीय क्रिकेट में दिए योगदानों को याद करते हुए आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बताया है। प्रधानमंत्री ने धोनी को न्यू इंडिया का एक ऐसा उदाहरण करार दिया है, जहां परिवार किसी युवा का भाग्य तय नहीं करता, बल्कि युवा खुद अपना भाग्य बनाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के फैसले पर कहा, इससे 130 करोड़ भारतीय निराश हुए लेकिन वे पिछले डेढ़ दशक में भारतीय क्रिकेट को दिए गए योगदान को लेकर आपके आभारी हैं। एक तरफ आपके क्रिकेट करियर को आंकड़ों के जरिए देखें तो आप भारत को वल्र्ड चार्ट में टॉप पर ले जाने वाले सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं।”

प्रधानमंत्री ने आगे लिखा, “इतिहास में आपका नाम महानतम क्रिकेट कप्तानों और शानदार विकेटकीपर के रूप में दर्ज होगा। मुश्किल घड़ी में भी डटे रहने और मैच खत्म करने की आपकी स्टाइल, खासकर 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल को आने वाली पीढ़ियां हमेशा याद रखेंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी का नाम सिर्फ करियर के आंकड़ों और क्रिकेट मैच जिताने वाली भूमिकाओं के लिए ही नहीं याद रखा जाएगा। उन्हें सिर्फ एक खिलाड़ी के तौर पर देखना अन्याय होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छोटे से कस्बे से निकलकर राष्ट्रीय क्षितिज पर महेंद्र सिंह धोनी के छा जाने का भी जिक्र किया है।

dhoni kohli

प्रधानमंत्री ने कहा, एक छोटे टाउन से निकलकर राष्ट्रीय क्षितिज पर छाकर खुद को और भारत को गर्व का बोध कराया। आपके उभार और उसके बाद का आचरण उन करोड़ों युवाओं को प्रेरित करता है जो किसी सुविधाजनक स्कूल-कॉलेज या बड़े परिवार से नाता नहीं रखते, लेकिन उनमें ऊंचाइयों पर पहुंचने का टैलेंट है। आप एक महत्वपूर्ण उदाहरण हैं न्यू इंडिया की भावना का, जहां परिवार का नाम युवाओं का भाग्य तय नहीं करता, बल्कि खुद युवा अपनी पहचान बनाते हैं और अपना भाग्य तय करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महेंद्र सिंह धोनी को लिखे पत्र में कहा है, जहां से हम आते हैं, तब तक कोई फर्क नहीं पड़ता जब तक हम जानते हैं कि हम कहां हैं – यह वह भावना है जिसने युवाओं को प्रेरित किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने 2007 के टी- 20 वर्ल्ड  कप का उदाहरण देते हुए महेंद्र सिंह धोनी के खतरा उठाने की शैली का भी जिक्र करते हुए उनके सशस्त्र सेनाओं के साथ जुड़ाव की भी सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने धोनी की सफलता में पत्नी साक्षी और बेटी जीवा का भी जिक्र किया है और कहा कि उम्मीद है कि साक्षी और जीवा को आपके साथ और ज्यादा समय बिताने का मौका मिलेगा, क्योंकि उनके त्याग के बगैर यह उपलब्धियां संभव नहीं थीं। प्रधानमंत्री ने महेंद्र सिंह धोनी को प्रोफेशनल और पर्सनल प्राथमिकताओं के बीच संतुलन की प्रेरणा देने वाला बताया।