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Asia Cup 2022: एशिया कप में फैंस की उम्मीदों पर क्यों खरी नहीं उतर पायी भारतीय टीम, कहां हुई गलती

Indian Cricket Team: एशिया कप 2022 में भारतीय टीम के लिए जो सबसे बुरा था वो श्रीलंकी के साथ खेला गया मैच था। इस मुकाबले में भारतीय टीम 173 रनों के सेफ टारगेट को भी बचाने में नाकामयाब रही।

नई दिल्ली। इस साल एशिया कप में भारतीय टीम के प्रदर्शन से करोड़ों क्रिकेट प्रसशंक नाखुश हैं। टीम से फैंस व मैनेजमेंट की उम्मीद थी कि वो ही इस बार भी एशिया कप की ट्रॉफी को हिंदुस्तान लाए, लेकिन ऐसा हो ना सका। भारतीय टीम इस साल के एशिया कप 2022 में सभी टीमों की फेवरेट थी और हो भी क्यों ना, इसमें ऐसे खिलाड़ी हैं जो दुनियाभर में नाम कमा चुके हैं। लेकिन अब सवाल ये उठता है कि इतने सारे नामदार खिलाड़ियों की टीम में मौजूदगी होने के बाद आखिर एशिया कप में पाकिस्तान और श्रीलंका की टीम से क्यों हारी? हांलाकि भारतीय टीम ने एशिया कप 2022 में अपने आखिरी मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया और ये महज एक औपचारिकता भरा मुकाबला था। यानी इस मुकाबल में में हार या जीत से ना तो अफगानिस्तान और ना ही भारतीय टीम को किसी भी प्रकार का फर्क पड़ने वाला था। इस मुकाबले में भारतीय टीम के बल्लेबाज विराट कोहली ने जहां शतक लगाया तो वहीं, गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने पांच विकेट अपने नाम किए। इसके बाद भारतीय उनके सजदे में झुक रहे हैं। जो कि सही भी है। इसके बावजूद भारतीय टीम की ये उपलब्धि टीम को खुश नहीं कर रही है। हमें भी सोचने की जरूरत है कि क्या ये खुशी की बात है। क्या इस जीत और खिलाड़ियों के प्रदर्शन से टीम इंडिया को एशिया कप 2022 में कोई फायदा मिला।

कब कौन गेंद करेगा, कब बल्लेबाजी कुछ नहीं पता

एशिया कप 2022 में भारतीय टीम के लिए जो सबसे बुरा था वो श्रीलंकी के साथ खेला गया मैच था। इस मुकाबले में भारतीय टीम 173 रनों के सेफ टारगेट को भी बचाने में नाकामयाब रही। मैच के शुरूआत में दिग्गज और बड़े-बड़े नामों से भरी भारतीय टीम को श्रीलंकाई युवा गेंदबाजों ने अपने आगे टिकने नहीं दिया। अफगानिस्तान के खिलाफ शतक लगाने वाले विराट कोहली इस मैच में शून्य पर आउट हो गए। फिर भी भारतीय टीम ने एक सम्मानजन स्कोर 173 रन तो बना ही दिए। इसके बावजूद भुवी जैसे स्टार गेंदबाज इस स्कोर को बचाने में नाकामयाब रहे। इस दौरान भारतीय टीम में उसकी कमजोरी एक निश्चित प्लेइंग इलेवन का ना होना भी था। कभी पंत खेले तो कभी दिनेश कार्तिक। वहीं, गेंदबाजी में भी बिश्वोई, चहल और अश्विन को अजमाया गया लेकिन किसी भी एक प्लेयर ने लगातार भारतीय टीम के लिए नहीं खेला।

एशिया कप जैसा हाल टी-20 विश्व कप में ना हो, उसके लिए भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया व दक्षिण अफ्रीका दौरे में भारतीय टीम का सही चयन करना होगा। एक निश्चित प्लेइंग 11 को सेट करके ही भारतीय टीम मैनेजमेंट को टी-20 के लिए रवाना होना पड़ेगा। हांलाकि क्रिकेट में हार या जीत का सिलसिला तो चलता ही रहता है, लेकिन कुछ टीमें ऐसी होती है जो अपने स्टेंड्रड कुछ अलग ही सेट कर देती हैं। उन्हीं टीमों में से भारतीय टीम एक हैं, जिस पर भारतीय ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के लोग विश्वास करते हैं कि ये किसी भी टूर्नामेंट को अपने पक्ष में करने का माद्दा रखती है।