नई दिल्ली। इस साल होने वाले एशिया कप में अब कुछ ही समय का वक्त बचा है। ऐसे में इस आयोजन के लिए इससे जुड़ी सभी टीमें अपनी-अपनी तैयारियों में लगी हुई हैं, लेकिन अभी से जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वो भारत-पाकिस्तान का मैच है। आने वाली तारीख 27 अगस्त से एशिया कप की शुरुआत होने वाली है और इसके दूसरे ही दिन भारत-पाकिस्तान का महामुकाबला होना है। इस मैच के लिए अभी से पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। एक तरफ जहां भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा होंगो तो वहीं, दूसरी तरफ बाबर आजम पाकिस्तनी टीम की कमान संभालते हुए नजर आएंगे। इससे पहले करीब 10 महीने पहले टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान आपस में भिड़ती हुई नजर आई थी। इस मैच में पाकिस्तान की टीम ने भारत को 10 विकेट रहते शिकस्त दी थी। उस वक्त भारत के कप्तान विराट कोहली थे। अब वह टीम में एक सिनियर खिलाड़ी की भूमिका निभाते हुए नजर आएंगे।
टॉस के महत्वपूर्ण होने की ये रही वजह
एशिया कप में अभी तक भारत और पाकिस्तान के बीच कुल 14 मैच हुए हैं, जिसमें से 8 बार भारत को और 5 बार पाकिस्तान को जीत मिली है। जबकि एक मैच रद्द हुआ है। इसके अलावा यदि टी-20 मुकाबलों की बात करे तो यहां पर भी भारतीय टीम पाकिस्तानी टीम पर भारी पड़ी है। टी-20 मैच में एक तरफ जहां टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 7 मुकाबलों में शिकस्त दी है, तो वहीं पाकिस्तान सिर्फ 2 मुकाबलों में जीत दर्ज करने में कामयाब हुई है। इन सब में खास बात से है कि एशिया कप में जो 8 मुकाबलों में भारत ने पाकिस्तान को हराया है, उनमे से पांच मैचों में पहले बल्लेबाजी करते हुए मैच को अपने नाम किया है, जबकि सिर्फ दो बार ऐसा हुआ है, जब भारत ने बाद में बल्लेबाजी करते हुए मैच को अपने नाम किया हो। ठीक ऐसा ही पाकिस्तान की टीम के साथ भी हुआ है। उन्होंने भी जिन 5 मुकाबलों में जीत दर्ज की है, उसमें से चार बार पहले बल्लाबाजी की है। जबकि एक बार ही ऐसा हुआ है, जब पाकिस्तान ने चेज करते हुए मैच को अपने नाम किया हो। इस हिसाब से माना जा सकता है कि इन दोनों टीमों के बीच टॉस कफी अहम भूमिका निभाता है। ये बात भारत व पाकिस्तान दोनों टीमों के कप्तानों के मन मे होगी।