Ajit Pawar: अजीत पवार ने अपने बायन में कहा कि जब शरद पवार ने अपने प्लान के तहत इस्तीफा दिया, तो इसके कुछ दिनों के बाद ही अपना इस्तीफा भी वापस ले लिया। ऐसा करके उन्होंने अपनी झोली में सियासी सहानुभूति हासिल करने का प्रयास किया।
महाराष्ट्र में हुए ग्राम पंचायत चुनाव में लोगों ने महाविकास अघाड़ी को निराश करते हुए ज्यादा सीटों पर सत्ताधारी गठबंधन यानी बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के एनसीपी गुट के उम्मीदवारों को जिताया है। लोकसभा चुनाव पर इस नतीजे का बड़ा असर देखने को मिल सकता है।
Maratha Reservation: सीएम शिंदे ने मराठा समुदाय की आरक्षण संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए मनोज जारांगे के प्रयासों पर अपने भरोसे पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि विपक्ष का विरोध नई दिशा ले रहा है। सीएम शिंदे ने राज्य के सभी लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने पुष्टि की कि महाराष्ट्र सरकार मराठा समुदाय को आरक्षण प्रदान करने के पक्ष में है और समुदाय के लिए आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए मनोज जारांगे के साथ सहयोग को प्रोत्साहित किया।
Maratha Movement: दरअसल, महाराष्ट्र सरकार ने मौजूदा मराठा आंदोलन को ध्यान में रखते हुए सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक में कई नेताओं को बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि बैठक में मराठा आरक्षण को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन पर विस्तार से चर्चा की जाएगी और मौजूदा स्थिति से कैसे निपटा जाए, इस बारे में भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
गिरीश महाजन ने कहा कि शरद पवार मेरे दावे से इनकार नहीं कर सकते। उन्होंने आरोप लगाया कि शरद पवार पीठ में छुरा घोंपने के लिए पहचाने जाते हैं। बता दें कि शरद पवार लगातार कहते रहते हैं कि 2019 में अजित पवार बगैर उनकी मर्जी के देवेंद्र फडणवीस के साथ जाकर डिप्टी सीएम बन गए थे।
शरद पवार ने चुनाव आयोग को ये भी लिखा है कि बिना कानूनी अधिकार के अजित पवार गुट ने एनसीपी पर दावा किया है। इस चिट्ठी में शरद पवार ने लिखा है कि कुछ शरारती लोगों ने व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा की वजह से दलबदल किया।
रोड शो के बाद एनसीपी के दूसरे धड़े के नेता अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की बीजेपी-शिवसेना सरकार में वो इसलिए शामिल हुए, क्योंकि विकास चाहिए था। अजित पवार ने तमाम प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि मोदी का भरोसा कभी नहीं तोड़ेंगे।
शरद पवार ने मीडिया को बताया कि 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली बैठक में 16 विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस बैठक में विपक्षी दलों के नेता तय करेंगे कि लोकसभा चुनाव को किस तरह से लड़ा जाए। शरद पवार ने आधे घंटे से भी ज्यादा वक्त तक मीडिया से आज बात की।
अजित पवार की तरफ से एनसीपी को अपना बताने के बाद पार्टी के नेताओं और विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। शरद पवार ने भी उसी दिन अपने गुट की बैठक बुलाई थी। अजित पवार की बैठक में 40 विधायक पहुंचे थे। जबकि, शरद पवार की बैठक में 13 विधायक ही थे। दोनों ने ही एनसीपी पर दावा ठोका है।
नाना पटोले से पहले महाराष्ट्र कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने भी शरद पवार और अजित के बीच बैठक पर सवाल उठाए थे। तब अशोक चव्हाण ने कहा था कि शरद पवार को स्थिति साफ करनी चाहिए। शरद पवार ने बीते दिनों ही चौथी बार अजित पवार से मुलाकात की थी। इससे कांग्रेस चिंता में है।