Adhir Ranjan Chaudhary: आज से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है, जिसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल होने पहुंचे, तो यकायक उनका सामना बाबा बालकनाथ से हो गया, तो उन्होंने बाबा बालकनाथ से सहज ही पूछ लिया कि क्यों मुख्यमंत्री बन रहे हैं ना आप.. तो इस पर बाबा बालकनाथ मुस्कुरा दिए।
एक तरफ 28 विपक्षी दलों ने पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए I.N.D.I.A नाम सेगठबंधन किया है, लेकिन इस गठबंधन के दलों में ही आपस में रार मची है। पंजाब से बंगाल और कई अन्य राज्यों में विपक्षी गठबंधन के नेता अलग-अलग सुर में लगातार बोलते दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने अधीर द्वारा दिए गए वक्तव्यों को त्रुटियुक्त बताते हुए कहा कि लोकसभा में महिला आरक्षण से जु़ड़ा कोई भी विधेयक कभी पारित ही नहीं हुआ था। वहीं, 2010 में लाया गया महिला आरक्षण से जुड़ा विधेयक 2014 में पारित हो गया था, लिहाजा अधीर द्वारा कही गई दोनों बाते गलते हैं। मैं चाहूंगा कि इसे रिकॉर्ड से हटा दिया जाए।
विपक्षी गठबंधन में शामिल दलों की महिला आरक्षण बिल पर अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। कांग्रेस इसे अपना बता रही है। वहीं, गठबंधन में शामिल लालू यादव की आरजेडी ने महिला आरक्षण बिल में भी कोटा मांगा है।
अधीर रंजन ने ये सवाल उठाया कि क्या इससे नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ रुख कमजोर नहीं होगा? हालांकि, ये बयान देते वक्त अधीर रंजन ये भूल गए कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी जी-20 के भोज में गए थे और पीएम नरेंद्र मोदी उनके कंधे पर हाथ रखकर बात करते भी दिखे थे।
One Nation One Election: उन्होंने पत्र में कहा कि मुझे समिति में शामिल होने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मुझे इस बात का डर है कि सरकार अपने इस कदम से लोगों को धोखा दे रही है। समिति में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को शामिल नहीं किया गया, जो कि लोकतांत्रिक प्रणाली के साथ सीधे तौर पर धोखा।
One Nation One Election: अब अधीर रंजन चौधरी ने एक देश एक चुनाव कमेटी में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में कहा कि मुझे कमेटी में शामिल होने से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मुझे डर है कि सरकार इस कदम से लोगों को धोखा ना दें।
Adhir Ranjan: अधीर ने मणिपुर का जिक्र कर पीएम मोदी की तुलना धृतराष्ट्र से कर दी थी, जिस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीट से खड़े होकर कांग्रेस नेता के इस बयान पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी के प्रस्ताव पर अधीर को संसद से निलंबित कर दिया गया था। वहीं, इस बारे में जब मीडिया ने उनसे सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि मैंने पीएम मोदी पर किसी भी प्रकार का अशोभनीय टिप्पणी नहीं की थी।
No Confidence Motion: पीएम मोदी के इस बयान के बाद सदन में सभी सांसद जोर-जोर से ठहाका मारने लगे। उन्होंने कहा आखिर आपकी मजबूरी क्या है क्यों अधीर रंजन को दरकिरनार कर दिया गया। पता नहीं कोलकाता से किसी का फोन आया हो।
उन्होंने कहा कि अधीर रंजन चौधरी जैसे नेता कुछ नहीं कर सकते और कांग्रेस में उनसे ज्यादा अच्छा काम करने वाले नेता हैं। मलूक नागर ने अधीर रंजन पर तंज कसते हुए कहा कि न वो हिंदी बोल पाते हैं और न अंग्रेजी। उनको तो सिर्फ बांग्ला भाषा में बोलना चाहिए। बीएसपी सांसद ने कहा कि विपक्ष जब कमजोर होगा तो देश कमजोर होगा।