दरअसल, महाविकास अघाड़ी सरकार पर आरोप है कि इन्होंने अमरावती जैसे नृशंस हत्याकांड को महज लूटपाट की घटना बताकर एक तरह से इसकी गंभीरता को कम कर एक बड़ी लापरवाही की है। इतना ही नहीं, महाविकास अघाड़ी सरकार पर आरोप है कि केमिस्ट दुकानदार उमेश कोल्हे द्वारा किए गए नूपुर शर्मा के समर्थन के पोस्ट को भी छुपाया गया था।
बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर के बारे में एक टीवी डिबेट में कथित तौर पर विवादित बयान दिया था। नूपुर के खिलाफ 3 और 10 जून को कई शहरों में दंगे हुए। बीते दिनों महाराष्ट्र के अमरावती और राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों की कट्टरपंथियों ने इस वजह से हत्या कर दी थी, क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर नूपुर का समर्थन किया था।
Amravati Murder case: आपको बता दें कि अब तक अमरावती हत्याकांड में 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें मुद्दसिर अहमद उर्फ सोनू राजा शेख इब्राहिम, शारुख पठान उर्फ बादशाहा हिदायत खान, अब्दुल तौफीक उर्फ नानू शेख तस्लीम, शोहेब खान उर्फ बुरिया साबिर खान, अतिफ़ रशीद आदिल रशिफ, डॉ यूसुफ खान बहादुर खान को गिरफ्तार किया जा चुका है। अमरावती के डीसीपी ने कहा कि इन सभी आरोपियों को IPC की धारा 302 (हत्या), 120B (आपराधिक साजिश) और धारा 34 के तहत गिरफ्तार किया गया है।
Amravati Murder Case: अमरावती के सीपी डॉ आरती सिंह ने मीडिया से बातचीत के क्रम में कहा कि हत्या में शामिल 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन मुख्य आरोपी अभी-भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। आरती ने कहा कि जल्द ही पुलिस उस मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लेगी।