आरक्षण

इसके अलावा उन्होंने ईडब्लूएस के 10 फीसद के साथ 75 फीसद आरक्षण का प्रस्ताव रखा है। वहीं, सियासी गलियारों में चर्चा है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा सियासी दांव चल दिया है। कोई गुरेज नहीं यह कहने में कि अगर उनका यह दांव सफल साबित हुआ, तो उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में इसका फायदा मिलेगा।

कांग्रेस ने पार्टी संगठन में हर स्तर पर महिला, ओबीसी, एससी-एसटी और अल्पसंख्यकों को 50 फीसदी की तादाद में रखने का प्रस्ताव भी किया है। कांग्रेस की नेता कुमारी सेलजा ने बताया कि सामाजिक न्याय के प्रति कांग्रेस की प्रतिबद्धता का ये सबूत है। इसके साथ ही पार्टी सूत्रों के कहना है कि कांग्रेस भी कई दलों की देखादेखी अब जातिगत जनगणना का पक्ष लेगी।

UP: सरकार ओबीसी युवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षा की निशुल्क कोचिंग के लिए प्रशिक्षण अकादमी की स्थापना करेगी। साथ ही प्रदेश सरकार ओबीसी युवाओं के लिए डिजीटल प्रशिक्षण अकादमी भी खोलने की तैयारी में है।

Rajasthan: राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) में गुर्जर समाज (Gurjar Samaj) ने आरक्षण को लेकर आंदोलन किया था। लेकिन आज आखिरकार गुर्जर समुदाय के आरक्षण आंदोलन (Gujjar Community Agitation) खत्म हो गया है।

Haryana: हरियाणा (Haryana) के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने डेढ़ लाख युवाओं को रोजगार का सपना दिखाया था, जो कि अब हकीकत में बदलने जा रहा है। हालांकि निजी कंपनियों में स्थानीय युवाओं को रोजगार में 75 फीसदी आरक्षण के फैसले से उद्योगपति नाराज हैं।

Yogi Adityanath Government: योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) ने एक और फैसला लेते हुए प्रदेश की सरकारी नौकरियों (Government Jobs) में आरक्षण (Reservation) का कोटा बढ़ा दिया है। देश में जारी कोराना संकट में भी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार लगातार एक्शन मोड में है।

कई स्पेशल ट्रेनों (Special Trains) में भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे (Indian Railway) ने 21 सितंबर से चुनिंदा रूटों पर 20 जोड़ी क्लोन ट्रेन (Clone Trains) चलाने का निर्णय लिया है।

अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहनेवाली कंगना रनौत (Kangana Ranaut) के सामने एक नई मुसीबत आ गई है। कंगना ने हाल ही में ट्वीटर ज्वाइन किया है और उनके एक ट्वीट ने बवाल मचा दिया है।

मायावती ने ट्वीट किया "कांग्रेस के बाद अब भाजपा व इनकी केंद्र सरकार के अनवरत उपेक्षित रवैये के कारण यहां सदियों से पछाड़े गए एससी, एसटी व ओबीसी वर्ग के शोषितों-पीड़ितों को आरक्षण के माध्यम से देश की मुख्यधारा में लाने का सकारात्मक संवैधानिक प्रयास फेल हो रहा है, जो अति गंभीर व दुर्भाग्यपूर्ण है।"

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने आजकल अपना पूरा ध्यान छत्तीसगढ़ में केंद्रित कर दिया है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया इन दिनों अपने प्रभार वाले प्रदेश में 12 से 14 फरवरी के बीच आरक्षण को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं।